कानपुर- स्वर्णकार समाज में होने वाले वाले रोजाना विवादों को निपटाने वाले उत्तर प्रदेश संगठन मंत्री के साथ ही जालसाज़ी हो गयी उधार पैसों की आड़ में पहले दबंग ने दुकान में कब्जा किया और बाद फ़र्जी कागज़ बनाकर जीएसटी रजिस्ट्रेशन करवा लिया पीड़ित व्यापारी नेता ने आरटीआई के जरिए जानकारी जुटाई तो उसके होश उड़ गये की जिस पर भरोसा करके उसने अपनी दुकान सौंप दी उसी उंसके साथ धोखाधड़ी कर डाली। वही जब मामले की शिकायतों का सिलसिला शुरू हुआ तो थाने से लेकर मुख्यमंत्री तक से शिकायत कर डाली लेकिन कहि भी इंसाफ मिलना तो दूर पीड़ित का मुकदमा तक नही दर्ज हुआ। थक हार के पीड़ित ने वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल कुमार सचान के माध्यम से कोर्ट की शरण ली तब कोर्ट के निर्देश पर गम्भीर धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई।
कोतवाली थाना क्षेत्र के बंगाली मोहाल के रहने वाले व्यापारी मनोज कुमार वर्मा जो कि स्वर्णकार समाज उत्तर प्रदेश के महामंत्री ने बताया की उनकी धोबी मोहाल चौक सर्राफा में एक दुकान है जिसे बंगाली मोहाल में ही रहने वाले देवेन्द्र सिंह उर्फ़ तन्ना ने पूर्वनियोजित षड़यंत्र के तहत विगत 6 वर्षों से कब्जा कर रखा है I उन्होंने 27-01-2016 में देवेन्द्र सिंह उर्फ़ तन्ना से 12 लाख 89 हजार रुपय उधार लिया था जिसे निर्धारित समय में वापस नहीं कर पाया था तो उसी बीच देवेन्द्र सिंह उर्फ़ तन्ना ने प्रार्थी पर दबाव बनाकर दुकान ले ली और कहा जब तुम मेरा रुपया वापस कर दोगे तो दुकान खाली कर दूंगा। बकौल मनोज उन्होंने सारा रुपया तीन वर्ष पहले वापस कर दिया उंसके बाद भी दुकान नही खाली हुई उल्टा दुकान खाली करने को कहने पर फर्जी मुकदमें फ़साने की धमकी दी जिसके बाद RTI के जरिये जानकारी हुई कि देवेन्द्र सिंह उर्फ़ तन्ना ने फर्जी दस्तावेज लगा कर TIN न. व CGST न. प्राप्त कर लिया देवेन्द्र ने एक फर्जी किराया अनुबंध पत्र बनाया जिसमे मनोज के जाली हस्ताक्षर अग्रेजी में बना कर CGST न. प्राप्त कर लिया और उसी आधार पर बैंक से लोन भी ले लिया, बल्कि मनोज ने किसी भी किराया अनुबंध पत्र में कोई हस्ताक्षर नहीं बनाए थे जबकि मनोज अंग्रेजी नहीं जानता है और अपने हस्ताक्षर हमेशा हिंदी में करता है।
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