यूपी के योगीराज में दबंगों और माफियाओं का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला कानपुर से सामने आया है। सबसे आला भूमिका इसमें पुलिस की सामने आती रहती है। पुलिस का ये हाल तब है जब कानपुर में बड़े गाजे-बाजे के साथ कमिश्नरी प्रणाली लागू कर दी जा चुकी है।लेकेिन सही मायनों में देखा जाए तो कमिश्नरी लागू होने के बाद शहर के हालात और भी बदतर नजर आने लगे हैं। लूट-खसोट, कब्जेदारी, दबंगई, अपराध कमिश्नरी के चरम पर है।
दरअसल, शहर के स्वरूप नगर थानाक्षेत्र की रहने वाली प्रीती पाठक अपने पुश्तैनी मकान में बुजुर्ग माता-पिता और नाबालिग बेटी के साथ रहती हैं। प्रीती का आरोप है कि उनके चचेरे भाई राजीव पाठक ने लाजपत नगर में रहने वाले विजय कुमार अरोड़ा को फर्जी दस्तावेज बनाकर बेच दिया और इस साजिश में वेद प्रकाश यादव, विनोद कुमार, शिवशंकर पाठक भी शामिल रहे।
प्रकरण की जानकारी होने के बाद पीड़िता के पिता ने थाना स्वरूपनगर में FIR नंबर 0105/2019 के तहत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। पीड़ितों का आरोप है कि मामले की विवेचना आज तीन वर्ष बीत जाने के बावजूद थाना स्वरूप नगर पुलिस ने आरोपियों से सांठ-गांठ कर लंबित रखी है। इस दौरान पुलिस द्वारा पीड़िता के मकान के फर्स्ट फ्लोर में जबरन कब्जा करवा दिया गया। जिसके बाद पीड़ित पक्ष की तरफ से हाई कोर्ट में अपील की गई, इस मामले की कोर्ट से 29 नवंबर 2022 की तारीख यह कहते हुए दी गई कि तब तक विवाद में यथास्थिति रखी जाए।
लेकिन इस दौरान 16 अक्टूबर को दोपहर विजय अरोड़ा, रोहित अरो़ड़ा, बच्चा सिंह उर्फ गुरूदयाल, मनोज समेत आधा दर्जन अज्ञात लोग जो खुद को वकील बता रहे थे, ने प्रार्थिनी के घर में जबरन घुसकर गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद इन सभी ने पीड़िता के तीन कमरों के दरवाजे तोड़ते हुए आलमारी का ताला तोड़ दिया। आरोप है कि आलमारी में रखी हुई 25 ग्राम की सीतारामी, तथा चांडी की दो जोड़ी पायल लूट ली।
पीड़िता ने जब उनका विरोध किया तो उसके साथ मारपीट व गाली-गलौज की गई। इस दौरान विजय अरोड़ा ने पीड़िता को धमकाया की घर छोड़कर चली जा, वरना तेरे ऊपर हरिजन एक्ट का फर्जी मुकदमा लगवाकर जेल भिजवा देंगे। और तेरे मां-बाप व बेटी को इसी मकान में जिंदा दफन करवा देंगे। किसी तरह इनके चंगुल से छूटकर पीड़िता ने डॉयल 112 में पुलिस को सूचना दी। इसके अलावा संयुक्त पुलिस आयुक्त व पुलिस आयुक्त के सीयूजी नंबर पर भी सूचना दी गई।’
पीड़िता ने बताया इसके बाद थाना स्वरूप नगर SHO धनंजय कुमार पांडेय उनके घर पहुँचे। आरोप है कि SHO स्वरूप नगर उल्टा पीड़िता को ही धमकाने लगे। महिला के मुताबिक SHO धनंजय पांडेय ने कहा कि, ‘हम कोर्ट के आदेश को नहीं मानेंगे। तुम्हें जहां जाना हो जाओ, हम विजय अरोड़ा और उसके गुर्गों पर कोई कार्यवाही नहीं करेंगे।’ इसपर महिला ने कहा कि आज दरवाजे टूटे हैं, कल को उनका और उनकी बेटी का रेप हो जाएगा, तो क्या होगा आरोप है कि SHO धनजंय पाण्डेय ने महिला से कहा कि, ‘जब रेप हो जाए तो तहरीर लेकर हमारे पास चली आना। वही पीड़ित महिला ने सोमवार को पुलिस आयुक्त से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है जिसपर पुलिस आयुक्त बीपी जोगदण्ड ने निष्पक्ष कार्यवाही के निर्देश दिए है।
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