स्नेह का तिलक लगाकर बहनों ने की कामना,जुग जुग जीये मेरा भइया…

◆भैया दूज पर बहनों ने भाइयों के लिए की दीर्घायु व आरोग्य की कामना.. ◆भाइयों ने भी अपनी बहनों को...

कानपुर के गंगा घाटों की 183 सप्ताह से नियमित सफाई कर रहा कानपुर प्लॉगर्स ग्रुप-पीएम मोदी ने सराहा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ के 116वें एपिसोड में की ग्रुप के कार्यों की...

प्लास्टिक मुक्त बनाने को अनोखी शाम का आयोजनः कानपुर प्लॉगर्स व एनएलके पब्लिक स्कूल ने प्लास्टिक इस्तेमाल न करने के लिए किया जागरूक।

नर्सरी से 5वीं क्लास तक के करीब 500 बच्चों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियां देकर समाज को प्लास्टिक...

कानपुर : सीसामऊ उपचुनाव में सोलंकी परिवार का जलवा बरकरार, नसीम सोलंकी ने मारी बाजी…

विज्ञापन कानपुर: उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों के लिए मंगलवार को मतदान हुआ था. आज वोटों की...

सीसामऊ उपचुनाव रिजल्ट, 17 राउंड की काउंटिंग पूरीः सपा की नसीम सोलंकी 14536 वोटों से आगे, सुरेश अवस्थी को मिले 49905 वोट

विज्ञापन कानपुर की सीसामऊ सीट पर हुए उपचुनाव का रिजल्ट आज दोपहर 1 बजे तक साफ हो जाएगा। शुरुआती...

कानपुर : ढहेगा किला या बचेगी परिवार की विरासत-सपा की नसीम 24883 हजार वोटों से आगे।

विज्ञापन कानपुर सीसामऊ विधानसभा सीट का सियासी किला भाजपा ढहाएगी या सोलंकी परिवार की विरासत बचेगी,...

प्रो. रामगोपाल के बयान में सपा की हताशाः सुरेश कुमार खन्ना

उत्तर प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सपा के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव...

मुसलमानों को बंदूक की नोक पर रोका गया, रद्द हो सीसामऊ और कुंदरकी उपचुनाव, सपा नेता रामगोपाल यादव ने दोबारा चुनाव की मांग।

कल उत्तर प्रदेश में संपन्न हुए उपचुनाव समाजवादी पार्टी और संबंधित क्षेत्रों के जिला अधिकारियों और...

UP: घटा मतदान… हार-जीत के गणित में उलझे राजनीतिक पंडित, साफ दिखा ध्रुवीकरण; इस बार माहौल और समीकरण बदला

विज्ञापन यूपी उपचुनाव में मतदान घट गया। हार-जीत के गणित में राजनीतिक पंडित भी उलझे हैं। शहर के...

Kanpur : दबंगो से मिलकर मकान पर कब्जा कराने का पुलिस पर आरोप, POLICE कमिश्नर ने ACP को दिए जाँच के निर्देश।

कानपुर : उत्तरप्रदेश के कानपुर में एक बार फिर दबंगों का तांडव देखने को मिला है और पीड़िता ने पुलिस...
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IPS Story : यूपी पुलिस के तेजतर्रार अधिकरी आईपीएस अनुराग आर्य से बड़े-बड़े माफिया खौफ खाते हैं. उन्होंने मऊ में एसपी पद पर रहते हुए माफिया मुख्तार अंसारी का साम्राज्य ध्वस्त कर दिया. आइए जानते हैं कि अनुराग आर्य के सिविल सेवा में आने की क्या है कहानी.

IPS Story : कई बार जिंदगी आराम से चल रही होती है लेकिन तभी कुछ ऐसा होता है जिससे सब कुछ बदल जाता है. ऐसा ही कुछ हुआ था 2013 बैच के तेजतर्रार आईपीएस अनुराग आर्य के साथ. अनुराग आर्य पहली बार माफिया मुख्तार अंसारी के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाकर चर्चा में आए थे. मुख्तार अंसारी की सल्तनत पर पहली कील आईपीएस अनुराग आर्य ने ही ठोंकी थी. आज हम जानेंगे अनुराग आर्य की पढ़ाई-लिखाई, फैमिली बैकग्राउंड, पुलिस अधिकारी बनने की दास्तान

आईपीएस अनुराग आर्य यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के आम एस्पिरेंट्स की तरह बचपन से प्रशासनिक सेवा में आने का सपना नहीं देखे थे. वह तो एमएससी करके कुछ और करना चाहते थे. लेकिन कभी इंग्लिश से डरने वाले अनुराग एमएससी में दो सब्जेक्ट में फेल हो गए. बचपन से ही पढ़ने में होशियार रहे अनुराग आर्य को इस बात से तगड़ा झटका लगा. उन्होंने सोचा कि कुछ और करना चाहिए.

यूपी के बागपत जिले के हैं अनुराग आर्य

आईपीएस अनुराग आर्य यूपी के बागपत जिले के छोटे से गांव छपरौली से हैं. वह अपनी मां डॉ. पूनम आर्य और पत्नी वनिका सिंह के साथ रहते हैं. वनिका सिंह पीसीएस अधिकारी हैं. जबकि मां होम्योपैथी डॉक्टर हैं. उनके पिता भी डॉक्टर हैं. लेकिन मां और पिता के बीच शादी के दो साल के भीतर ही मतभेद के चलते अलगाव हो गया था. जब अनुराग छह महीने के तभी उनकी मां अपने साथ लेकर अपने मायके छपरौली चली आई थीं.

बचपन में इंग्लिश से लगता था डर

अनुराग आर्य की सातवीं क्लास तक पढ़ाई गांव के ही सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में ही हुई है. इस समय उन्हें इंग्लिश से डर लगता था. लेकिन इसके बाद उन्होंने इंग्लिश को ही हथियार बनाया. साल 2008 में उनका एडमिशन देहरादून स्थित इंडियन मिलिट्री स्कूल (IMS) में हो गया. यहां के माहौल में उन्होंने अनुशासन और इंग्लिश दोनों सीखी. पर्सनॉलिटी डेवलप हुई. उन्होंने घुड़सवारी, माउंटेनियरिंग और राफ्टिंग जैसे खेलों में कई मेडल जीते. इसके बाद बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में ग्रेजुएशन किया.

एमएससी में हो गए थे दो सब्जेक्ट में फेल

बीएचयू से ग्रेजुएशन के बाद अनुराग आर्य ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज में एमएससी में दाखिला लिया.साल 2011 में वह दो सब्जेक्ट में फेल हो गए. उन्हें इस बात से बहुत धक्का लगा. जिसके बाद एमएससी की पढ़ाई छोड़कर कुछ समय लिया करियर के बारे में सोचने के लिए. फाइनली तय किया कि उन्हें आईपीएस बनना है.

ढाई साल में चार जिलों के बने एसपी

अनुराग आर्य साल 2013 में यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में बैठे. इसी दौरान उनका सेलेक्शन आरबीआई में मैनेजर पद पर हो गया. आरबीआई में नौकरी ज्वॉइन भी कर ली. कानपुर में आठ महीने जॉब भी की. इसी प्रयास में वह आईपीएस बन गए. उनकी 163 रैंक थी. जिसके बाद बैंक की जॉब छोड़ दी.शुरुआत में अनुराग आर्य ढाई साल में चार जिलों के एसपी बने. वह 6 महीने अमेठी, 4 महीने बलरामपुर, 14 महीने मऊ और 5 महीने प्रतापगढ़ में एसपी रहे.

मुख्तार अंसारी पर की बड़ी कार्रवाई

आईपीएस अनुराग आर्य ने साल 2019 से 2020 तक मऊ में तैनाती के दौरान मुख्तार अंसारी के गैंग पर कड़ी कार्रवाई की. अवैध बूचड़खाने चलाने वाले मुख्तार अंसारी गैंग के 26 लोगों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई की. साथ ही उसके शूटर अनुज कनौजिया का घर बुलडोजर से ढहा दिया. अनुराग आर्य ने 2020 में मुख्तार अंसारी पर मुकदमा दर्ज किया. 2013 के बाद पहली बार था जब मुख्तार पर कोई केस दर्ज हुआ. उन्होंने मुख्तार अंसारी की काली कमाई के स्रोतों पर प्रहार किया और उसके गुर्गों पर कड़ा एक्शन लिया।


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