कानपुर: सनातन हिंदू संस्कृति के विशाल महल का आधार जनजाति समाज है। जनजाति जीवन दर्शन ही सनातन दृष्टिकोण है। यह बात अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के उपाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह ने कही। वे सेवा समर्पण संस्थान की ओर से विरसा मुंडा वनवासी छात्रावास के वार्षिकोत्सव व जनजातीय गौरव दिवस पर मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत करने आए थे। उन्होंने कहा कि जनजाति समाज में देश भक्ति कूट-कूट कर भरी हुई है। स्वतंत्रता संग्राम में जनजाति नायकों ने अपना योगदान देकर देश का गौरव बढ़ाया। उन्होंने कहा कि विरसा मुंडा छात्रावास के पूर्व छात्र सेना, प्रशासन, खेल जगत, उद्योग जगत में अपनी नाम रोशन कर रहे हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अशोक मसाले के प्रबंध निदेशक अरुण कुमार गुप्त ने झारखंड में प्रवास के दौरान वनवासी गांवों के अपने संस्मरण सांझा किए। मुख्य अतिथि चंद्रकुमार गंगवानी ने वनवासियों के विकास में सहयोग का आश्वासन दिया। विशिष्ट अतिथि अनुज गुप्त ने वनवासी समाज की शिक्षा पर जोर दिया।
वार्षिकोत्सव पर वनवासी मित्र व जनजाति गौरव स्मारिका का विमोचन किया गया। वनवासी छात्रों ने देशभक्ति के गीत प्रस्तुत किए। सेवा समर्पण संस्थान के अध्यक्ष हीरालाल खत्री, मंत्री राजनारायण तिवारी, सुरेंद्र कक्कड़, सलिल-नेमानी, दिनेश कुमार, राशि तिवारी, श्रीश तिवारी आदि उपस्थित रहे।
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