दिल्ली : लोकसभा स्पीकर का चुनाव 1952 व 1976 में भी होने का उल्लेख मिलता है, पर तब विपक्ष बहुत ही कमजोर था। भाजपा के ओम बिरला ने लोकसभा अध्यक्ष के लिए पर्चा दाखिल कर दिया है दूसरी तरफ के.सुरेश इंडिया ब्लॉक की ओर से इसी पद के प्रत्याशी हैं। लोकसभा गठन के बाद पहली बार इस पद के लिए चुनाव हो रहे हैं। ओम बिरला लगभग पक्की है। संख्या बल उनके पक्ष में है। 543 कि सदन में 293 सीधे उनके पक्ष में हैं। दूसरी दफा स्पीकर यानी लोस अध्यक्ष की श्रेणी में ओम बिरला आ जाएंगे। इंडिया ब्लॉक बिखराव बटोरने में लगा है। टीएमसी की ममता बनर्जी विपक्षी फोल्ड में होने के बाद भी तेवर दिखा रही हैं। डिप्टी स्पीकर पद रखने की विपक्ष इच्छा ठुकराने के बाद चुनाव की नौबत आई है। हालांकि लोकसभा में उन सांसदों को भी स्पीकर का पद दिया गया है जो पहले सत्ता पक्ष से नहीं थे। यहां पर भाजपा सिंगल लार्जेस्ट पार्टी है। उसे टीडीपी और जेडीयू का समर्थन प्राप्त है। एनडीए की इस सरकार को बैसाखी पर टिकी सरकार है। 12वीं लोकसभा के अध्यक्ष तेलुगु देशम पार्टी के जीएमसी बालयोगी थे, जबकि उस समय बीजेपी के अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे। बालयोगी को 13वीं लोकसभा के अध्यक्ष के रूप में भी चुना गया था। लेकिन इसी पद पर रहते हुए उनकी हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई।
उनके बाद शिवसेना सांसद मनोहर जोशी 13वीं लोकसभा के अध्यक्ष थे।
अब तक के इतिहास में एम. के अयंगर, जी. एस. ढिल्लों, बलराम जाखड़ और जीएमसी बालयोगी को लगातार दो लोकसभाओं का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। ओम बिरला तीसरे स्पीकर होंगे जो जीतने पर दूसरे कार्यकाल की शुरुआत करेंगे। बलराम जाखड़ ने सातवीं और आठवीं लोकसभा के अध्यक्ष के रूप में अपना कार्यकाल पूरा किया। चौथी लोकसभा के अध्यक्ष के रूप में कांग्रेस नेता नीलम संजीव रेड्डी ने अपनी नियुक्ति के बाद अध्यक्ष को तटस्थ होने के सिद्धांत को मानते हुए कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी। पहली यूपीए सरकार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने बाहरी समर्थन दिया था, तब अनुभवी सीपीआई (एम) नेता सोमनाथ चटर्जी लोकसभा के अध्यक्ष बने थे बाद में, सीपीआई (एम) ने अमेरिका के साथ भारत के परमाणु समझौते विवाद पर सरकार से समर्थन वापस ले लिया और चटर्जी को लोकसभा अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देने के लिए कहा। लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया, इसलिए बाद में उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया।
2009 से 2014 तक 15वीं लोकसभा की अध्यक्ष रहीं मीरा कुमार लोकसभा अध्यक्ष का पद संभालने वाली पहली महिला थीं। उनके बाद बीजेपी की सुमित्रा महाजन 16वीं लोकसभा की अध्यक्ष बनीं। 17वीं लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला थे 18वीं लोकसभा अध्यक्ष पद के दावेदार भी हैं। एक तथ्य और है, 14 दिन की नोटिस पर 50 फीसद से ज्यादा सदस्य स्पीकर को हटा भी सकते हैं। यह बात दीगर कि अब तक ऐसा नहीं हुआ।
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