कानपुर, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने अशोक मसाला समूह समेत सब्जी मसाला बनाने वाली 14 कंपनियों के विरुद्ध न्यायालय में मुकदमा दायर करने की तैयारी शुरू कर दी है।
इन कंपनियों के कारखाने से लिए गए मसालों के नमूनों में कीटनाशक पाया गया था। सहायक खाद्य आयुक्त द्वितीय ने मसाला कंपनियों के विरुद्ध न्यायालय में मुकदमा दर्ज करने के लिए आयुक्त खाद्य सुरक्षा से अनुमति मांगी है।
ब्रांडेड सब्जी मसाला कंपनियां रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाले सब्जी मसाले में मिलावट के जरिए आम आदमी की जिंदगी से खिलवाड़ कर रही हैं. अब ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की पूरी जिम्मेदारी बनती है कि इन कंपनियों पर लगाम लगाकर उनपर कानूनी कार्रवाई की जाए. उत्तर प्रदेश के कानपुर का खाद्य विभाग इसी दिशा में काम कर रहा है. कानपुर में सब्जी मसाले के बड़े औद्योगिक उद्योगपतियों के सब्जी मसाले में कीटनाशकों की मिलावट को लेकर एक बड़ी कार्रवाई खाद्य विभाग ने की है. हाल ही में सब्जी मसाले बनाने वाली 14 कंपनियों पर पर यह कार्रवाई की गई है. इन सभी ब्रांडेड कंपनियों के नमूनों में कीटनाशक पाया गया है।
अशोक मसाला समूह की मंधना व दादानगर स्थित फैक्ट्री से धनिया, गरम मसाला व मटर-पनीर मसाला का नमूना लिया गया था। इसी तरह अलग-अलग कंपनियों के मसालों के नमूने लिए गए थे। प्रयोगशाला में जब इन नमूनों की जांच हुई तो पाया गया कि इनमें कीटनाशक की मिलावट है,जो मानव स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है।
सहायक खाद्य आयुक्त संजय प्रताप सिंह ने बताया कि ब्रांडेड कंपनियों के मसाले गोरखपुर, जौनपुर, झांसी, वाराणसी, फतेहपुर, बहराइच समेत अन्य शहरों में बेचे जा रहे थे। बिक्री पर तत्काल रोक लगा दी गई थी। रिपोर्ट दर्ज कराने की अनुमति मुख्यालय से मांगी गई है।
मई में मसाला कंपनियों के कारखानों में छापेमारी की गई थी। अलग-अलग मसालों के 35 नमूने जांच के लिए भेजे गए थे। इनमें 23 में मिलावट पायी गई और मसाले खाने योग्य नहीं मिले।
Recent Comments