कानपुर : बिधनू घाटूखेड़ा निवासी लापता बीडीसी (क्षेत्र पंचायत सदस्य) ने पिता व भाई संग अपहरण की झूठी कहानी रचकर ग्राम प्रधान पति समेत 12 लोगों के खिलाफ झूठा मुकदमा लिखाया था। पुलिस ने रविवार को बीडीसी समेत उसके पिता व भाई को जेल भेज दिया है।
घाटूखेड़ा रमईपुर निवासी रामशंकर का 26 वर्षीय बेटा विक्रम उर्फ छोटू क्षेत्र पंचायत सदस्य है। 24 दिसंबर को छोटू तड़के तीन बजे मोबाइल घर में छोड़कर लापता हो गया था। स्वजनों ने पड़ोसी अनिल व ग्राम प्रधान पति संग्राम सिंह समेत 12 लोगों पर अपहरण कर हत्या करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। बीते गुरुवार की शाम इटावा जसवंत नगर में बीडीसी शराब के नशे में एक आटो चालक से झगड़ता मिला। जिसपर बिधनू पुलिस उसे थाने ले आई थी। शनिवार को 164 के बयान में बीडीसी ने बताया कि वह पत्नी महिमा से झगड़कर घर से चला गया था। उसका पड़ोसी अनिल यादव व पिंटू से मकान में कब्जे को लेकर विवाद चल रहा है जिसमें ग्राम प्रधान पति समेत गांव के एक दर्जन लोग अनिल का समर्थन कर रहे थे। इसकी वजह से उसके पिता, मां व भाई ने अपहरण की झूठी कहानी रचकर विरोधियों को फंसाने के लिए मुकदमा दर्ज करा दिया। वहीं, पुलिस जांच में अपहरण की झूठी कहानी रचने में पिता, भाई, बहन व मां का नाम सामने आया। जिसपर दारोगा रवींद्र कुमार की तहरीर सभी साजिशकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पिता रामशंकर, भाई सतीश को रविवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। थाना प्रभारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि बीडीसी समेत पिता व भाई को जेल भेज दिया गया है।
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