कानपुर। संघ पाने का नहीं देने का स्थान है, देश को कुछ देना है तो संघ में पूरे समर्पण भाव से आएं। संघ किसी इच्छा की पूर्ति के लिए नहीं । देश सेवा के लिए है। अगर भाव में समर्पण नहीं हो , संगठन और व्यक्ति नुकसान ही है। यह संदेश संघ प्रमुख मोहन भागवत ने स्वर्ण जयंती विहार कोयला नगर में बुधवार को संघ की नगर शाखा में स्वयं सेवकों को दिए।
उन्होंने कहा कि आज हमारा संगठन विश्व के 60 देशों में शाखा लगा रहा है, इसकी आचार्य पद्धति सभी जगह पर एक ही है। हमें संघ के विस्तार और राष्ट्र निर्माण के लिए चाहिए कि प्रत्येक वर्ष एक मित्र बनाया और उसे शाखा में लाएं , जिससे हमारा संगठन मजबूत और राष्ट्र के लिए समर्पित लोग शामिल हो।
उन्होंने युवाओं को भी प्रतिदिन शाखा आने की सीख दी। इस दौरान उन्होंने शाखा के लोगों से भी की । कार्यक्रम में एक प्रवासी और तीन शाखा कार्यकर्ता शामिल हुए। जिसमें आरएसएस स्वयं शाखा के 95 और प्रवासी कार्यकर्ता की संख्या 25 रही। कुल 120 लोगों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में योगाभ्यास का प्रदर्शन भी हुआ। इस दौरान प्रांत संघ चालक भवानी भीख प्रांत संघ प्रचारक राम जी प्रांत करवा रामकेश सहभागी कारवां जितेंद्र , अखिलेश सिंह, मोहन तिवारी , मनुज बाजपेई, सुधीर, अमित गुप्ता आदि रहे।
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