कानपुर में बसपा नेता पिंटू सेंगर हत्याकांड में जेल भेजे गए वकील धीरज उपाध्याय उर्फ दीनू के खिलाफ कोतवाली थाने में एक और एफआईआर दर्ज की गई है। थाने में तैनात दरोगा ने वादी बनकर वकील दीनू उपाध्याय समेत 19 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस के मुताबिक मामले में जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। मंगला विहार प्रथम निवासी नरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू सेंगर की हत्या के मामले में जेल में बंद धीरज उपाध्याय उर्फ दीनू उपाध्याय की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। वहीं अब कोतवाली में तैनात मेरठ के रोहटा कल्याणपुर निवासी दरोगा रोहित कुमार की तहरीर के अनुसार, सोमवार को प्राप्त हुए वायरल वीडियो में जेड स्क्वायर मॉल की तृतीय तल स्थित फूड कोर्ट में हत्यारोपित धीरज उर्फ दीनू उपाध्याय, संजय उपाध्याय, मनु उपाध्याय, धीरज दुबे उर्फ ट्विंकल, नीरज दुबे उर्फ सोनू पंडित, ड्राइवर विक्रम व दीपक जादौन समेत एक दर्जन लोग एक शख्स से गाली-गलौज कर पीटने के अलावा तोड़फोड़ करते नजर आए हैं। सार्वजनिक स्थान पर आरोपितों की इस करतूत से मॉल में दहशत व भय उत्पन्न हुआ। जिससे महिलायें व बच्चे समेत अन्य लोग बचने के लिए इधर उधर भाग रहे। दरोगा के मुताबिक उन्होंने जेड स्क्वायर मॉल में जाकर पूछताछ भी की मगर वहां पर डर के मारे किसी ने गवाही नहीं दी।
पुलिस कमिश्नर ने वकील दीनू उपाध्याय के सभी मुकदमों की दोबारा फाइल खोलने का दिया आदेश।
दीनू के खिलाफ 8 गंभीर मुकदमें दर्ज हैं। पुलिस कमिश्नर के अनुसार दीनू ने अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए ज्यादातर मामलों में फाइनल रिपोर्ट लगवाई है। दीनू उपाध्याय के खिलाफ 30 जून 1989 को नवाबगज थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया था। इसमे उनके भाई संजय उपाध्याय भी आरोपी है। दूसरा पिन्टू मर्डर केस, जिसमें उसे साढ़े चार साल बाद अरेस्ट करके जेल भेजा गया है। बाकी हत्या के प्रयास, बलवा और मारपीट के चार मामले में फाइनल रिपोर्ट लग चुकी है। कोतवाली में फर्जी डिग्री से
वकालत करने और पिंटू सेंगर हत्याकांड का मामला भी चल
रहा है। पुलिस ने अब दीनू के खिलाफ दर्ज अन्य मामलों को
देखना शुरू कर दिया है। दाखिल फाइनल रिपोर्ट और बंद हो चुके मुकदमों की जांच भी पुलिस ने शुरू कर दी है।
कोतवाली इंस्पेक्टर जगदीश प्रसाद पांडेय ने बताया कि एसआई रोहित कुमार की तहरीर पर दीनू उपाध्याय समेत सात नामजद समेत 19 लोगों के खिलाफ मारपीट, सेवन सीएलए समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही हैं।
Recent Comments