कानपुर। लंबे अरसे से खाली पड़ी ब्रिटिश इंडिया कारपोरेशन (बीआईसी) की जमीनों के इस्तेमाल की कवायद तेज हो गई है। शासन के निर्देश पर एसडीएम (सदर) अनुभव की टीम ने 51 संपत्तियों का सवें किया है। ये संपत्तियां सिविल लाइंस, चुन्नीगंज आदि स्थानों पर हैं। इन जमीनों पर मिलें और बड़े-बड़े बंगले बने हैं। इन जमीनों को वापस नजूल रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। दो वर्ष पहले बीआईसी की सात संपत्तियों पर जिला प्रशासन कब्जा लेकर नजूल के रिकॉर्ड में दर्ज करा चुका है। वर्षों पहले किसी कंपनी या संस्था को किराये पर दी गई जमीनों को वापस लेने के निर्देश शासन ने दिए हैं। इसके लिए शासन स्तर से जमीनों का सर्वे शुरू कराया गया है। शहर में बीआईसी की कुल 58 संपत्तियां हैं। इनमें से सात संपत्तियों का सर्वे वर्ष 2023 में हुआ था।

उन सभी पर जिला प्रशासन ने अपना कब्जा ले लिया है। बाकी 51 संपत्तियों का सर्वे करने के लिए एक माह पहले शासन ने निर्देश दिए थे। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के निर्देश पर एसडीएम सदर की टीम ने दो सप्ताह में सर्वे पूरा किया। नजूल रिकॉर्ड की जांच में पता चला कि ज्यादातर ने जमीने 1862 से 1865 के बीच बओआईसी र को सरकार ने दी थीं। इसमें से कई संपत्तियों की पट्टा अवधि वर्ष 1985 में तो कई की 1992 में समाप्त हो चुकी है। इसके बाद इन संपत्तियों का लीज रेंट बीआईसी को तरफ से नहीं जमा किया गया।

वर्तमान समय में बीआईसी ने करीब सात संपत्तियों पर अपने गार्ड तैनात कर रखे हैं। ज्यादातर पर ताला लगा मिला। ये जमीनें अरबों रुपये की हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कई जमीनों को बीआईसी ने दूसरी कंपनियों को लीज पर दे दिया। एसडीएम ने अपनी रिपोर्ट एडीएम वित्त विवेक चतुर्वेदी को सौंपी थी जो शासन भेज दी गई है। शासन से यह रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी जाएगी।
32 एकड़ में एल्गिन मिल की जमीन : सिविल लाइंस स्थित एल्गिन मिल एंड पावर हाउस की जमीन का क्षेत्रफल 32 एकड़ है। इस जमीन का लीज रेट 1992 के बाद नहीं जमा किया। कानपुर कॉटन मिल की जमीन दो एकड़ है। जमील की पट्टा अवधि 1982 में ही समाप्त हो चुका थी। मकराबर्टगंज समेत सात संपनियों प्रशासन का कब्जा बीआईसी की खाली हुई संपत्तियों में सबसे ज्यादा जगह मकराबर्टगंज शनिदेव मंदिर के सामने वाली है। इसमें करीब 1.06 लाख वर्गमीटर की जगह है। परमट मंदिर पेट्रोल पंप के पीछे 22 हजार वर्गमीटर जगह है। रेव थी के बगल में करीब 10 हजार वर्गमीटर की जगह है। इसके साथ यूपीएफसी के सामने, एनटीसी हेडक्वार्टर के सामने, ब्लाक संख्या 14 और परमट पेट्रोल पंप के सामने गली के अंदर वाले संपत्तियों पर प्रशासन ने कब्जा कर वापस नजूल के रिकॉर्ड में दर्ज कर दिया है।

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