UP News: अयोध्या स्थित राममंदिर में पंच धातु से निर्मित विशाल तीर धनुष और हनुमान गदा रामलला को समर्पित किया गया है. जहां तीर धनुष का वजन 1100 किलो तो हनुमान गदा का वजन 1600 किलो है.
Ayodhya News: अयोध्या स्थित राम मंदिर में पंचधातु से निर्मित विशाल गदा और तीर धनुष अयोध्या में रामलला को समर्पित किया गया. इस विशाल तीर धनुष और गदा को राजस्थान के शिवपुरी से 12 जून को रवाना किया गया था श्री राम जन्मभूमि मंदिर के महासचिव चंपत राय और विश्व हिंदू परिषद के राजस्थान संगठन मंत्री राजाराम ने केसरिया झंडा दिखाकर इसे रवाना किया था अलग-अलग पड़ाव को पार करता हुआ अयोध्या पहुंचे तीर धनुष और हनुमान गदा को श्री राम जन्मभूमि परिसर में रखा जाएगा और यह दर्शनार्थियों सुविधा अनुसार इसको देख सकेंगे.
पंच धातु से निर्मित तीर धनुष का वजन 1100 किलो है, जबकि हनुमान गदा का वजन 1600 किलो है. इसे श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास को श्री राम जन्मभूमि परिसर में स्थापित करने के लिए समर्पित किया गया. दो अलग-अलग रामरथो में इसे अयोध्या तक लाया गया. जिसका नेतृत्व आचार्य दीदी सरस्वती देव कृष्ण गौण ने किया और उन्होंने ही इसे श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास को सौंपा.
राजस्थान से भेजा गया है रामलला के लिए उपहार
आचार्य दीदी सरस्वती देव कृष्ण गौण ने बताया कि राजस्थान के सिरोही शिवगंज से हम भगवान राम के लिए विशाल धनुष और हनुमान गदा लेकर आए है और वह अर्पण करने के लिए हमने यह प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. हमारे जो मुख्य पुजारी जी है, भगवान राम के मंदिर के उनको हम यह अर्पण करने आए हैं. वह इसे स्थापित करेंगे. शिवगंज सिरोही से यह यात्रा प्रारंभ हुई थी. 12 जून को और अलग-अलग पड़ाव से होते हुए पूरे पड़ाव मैं स्वागत सम्मान रहा है. इस स्वागत सम्मान के साथ 12 तारीख को प्रस्थान हुआ था और गंगा दशहरा के दिन आज निर्जला एकादशी के दिन जो प्रभु श्री राम के प्रति हमारी भेंट है.
क्या बोले आचार्य सत्येंद्र दास
राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि इसी से दिखाई देता है कि भगवान राम के प्रति लोगों में कितनी प्रसन्नता है. जब से श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हुई है. तब से बहुत सारे लोगों ने अपनी शक्ति के अनुसार कुछ ना कुछ प्रदान किया है. उसमें यह भी एक अद्भुत दृश्य सामने दिखाई दे रहा है. भगवान श्री राम का शस्त्र धनुष बाण है. उसी धनुष बाण से राक्षसों का संहार करके धर्म की स्थापना की और साथ ही साथ हनुमान जी की गदा है. इस गदे से उन्होंने तमाम अधर्मियों का विनाश किया था. इस समय हमारे देश में भी तमाम अपराधी और अधर्मी पैदा हो गए हैं. इस धनुष और गदा से उनके विनाश की आवश्यकता है.
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