कानपुर : उत्तरप्रदेश के कानपुर में एक बार फिर दबंगों का तांडव देखने को मिला है और पीड़िता ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए बताया की उनके अविभाजित मकान को कोर्ट के स्टे होने के बावजूद जबरन पुलिस से सांठ गांठ कर दबंगों ने जबरन कब्जा कर लिया। पीड़ित महिला ने मामले की शिकायत पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार से की, जिस पर पुलिस कमिश्नर ने पूरे प्रकरण की जाँच एसीपी स्वरूप नगर को सौप कार्यवाही के निर्देश दिए है। स्वरूप नगर थाना क्षेत्र निवासी हिना हासवानी ने मंगलवार को जर्नलिस्ट क्लब में प्रेसवार्ता कर बताया उनके पुस्तैनी मकान 113/45 स्वरूप नगर जो अविभाजित है मकान को बगैर केडीए से फ्रीहोल्ड कराये तथा बगैर किसी आपसी या कानूनी बंटवारे के धोखाधड़ी व जालसाजी से भोपाल निवासी जीतेन्द्र उर्फ़ बॉबी ने संजय हासवानी व कमल हासवानी व अन्य ने मकान 113/45 को मयंक रियल इस्टेट डेवलोपर्स प्रा.लि के निदेशक हरी मोहन गुप्ता को बेच दिया। जिसके बाद उंसके पति राजकुमार ने कोर्ट में अपील की तो कोर्ट से मकान में यथा स्थिति बनाए रखने के लिए स्टे मिल गया।
हिना हासवानी ने बताया कि बीते 8 नवम्बर को 5 अज्ञात लोग खुद को हरी मोहन गुप्ता के आदमी बताते हुए कहा कि उन्होंने यह मकान खरीद लिया है हम यहाँ पर कब्जा करने आये हैं जिसके बाद उन्होने पुलिस के 112 नंबर पर कॉल करके शिकायत की तो डायल 112 के आने से पहले ही स्वरुप नगर थाने के केडीए चौकी इंचार्ज कुलदीप बैसवा और कमल हासवानी आ गए और मकान खाली करने के लिए उन्हें और उनके किराएदारों को धमकाया और दूसरे दिन 9 नवम्बर को हरि मोहन के भाई हरिशंकर गुप्ता, उसका नौकर राहुल, अपने साथी सुमन व राज कुमार, जीतेन्द्र उर्फ़ बॉबी, कमल हासवानी व 3 अज्ञात महिलाएं तथा 8 हथियारबंद लोग जो कुल्हाड़ी, फावड़ा व बेलचा लिए हुए थे। मकान में ज़बरन अपनी गाड़ियां लेकर घुस आये तथा गाली गलौज करते हुए मकान की पहली मंजिल पर जबरन कब्जा लेने जाने लगे आरोप है कि जब पीड़िता ने हरी शंकर गुप्ता और उसके ड्राइवर सुमन व नौकर राहुल को रोका तो हरी शंकर ने अपने कमर में खुसी हुयी पिस्टल तान दिया और उनके साथ आये अन्य लोगो ने हिना को जान से मारने का प्रयास किया। आरोप है कि पुलिस से मदद माँगने पर स्वरूप नगर की पुलिस और चौकी इंचार्ज केडीए ने आरोपियों पर कार्यवाही करने की जगह पीड़िता को ही जेल भेजने की धमकी देते हुए दबंगों की मकान पर कब्जा करवा दिया। जिसकी शिकायत थाना स्वरुप नगर में की परन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुयी। जिसके पीड़िता ने पुलिस कमिश्नर से न्याय की गुहार लगाई है।
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