हमीरपुर के पूर्व सांसद अशोक चंदेल के बेटे अजयराज का निधन।

कानपुर। पूर्व सांसद अशोक सिंह चंदेल के बड़े पुत्र अजयराज सिंह चंदेल की लखनऊ में बीमारी के चलते मौत...

UPtvLIVE : ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2026 की तैयारी शुरू, ‘न्यू आउटरीच प्लान’ से निवेशकों को आकर्षित करेगी योगी सरकार

उत्तर प्रदेश सरकार ने 2026 में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए नए निवेश प्रस्तावों को...

पीएम के कार्यक्रम की सभी तैयारियां समय से पूर्ण करें: सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया प्रधानमंत्री के प्रस्तावित जनसभा स्थल का निरीक्षण कार्यक्रम...

यूपी की प्रमुख खबरें Uptvlive पर।

➡लखनऊ- यूपी में बाघों की संख्या में ऐतिहासिक वृद्धि, 2018 में 173 से बढ़कर 2022 में बाघों की...

UP में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल: 23 IAS अधिकारियों का तबादला, जानें किस जिले को मिला नया DM!

UP सरकार ने एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए 23 IAS अधिकारियों का तबादला किया है। जानिए लखनऊ,...

लखनऊ : म्यांमार, लाओस व कंबोडिया से आती हैं ठगों की सर्वाधिक कॉल- DGP राजीव कृष्ण

लखनऊ : डिजिटल अरेस्ट की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए पुलिस इन मामलों की छानबीन में तेजी लाने के साथ...

यूपी की प्रमुख खबरें सिर्फ Uptvlive पर….

➡बांग्लादेश एयरफोर्स का एयरक्राफ्ट क्रैश, स्कूल के ऊपर गिरा एयरक्राफ्ट, हादसे में कई लोगों की मौत...

Mumbai Train Blasts : 12 आरोपियों को बरी करते हुए HC ने की अहम टिप्पणी…इसलिए सजा रद्द की जाती है।

बॉम्बे हाई कोर्ट ने 11 जुलाई 2006 को हुए मुंबई ट्रेन विस्फोट मामले में 12 आरोपियों को बरी कर दिया....

KANPUR NEWS : आउटर रिंग रोड के किनारे बसेगा “Greater Kanpur” भेजा 5000 करोड़ रुपये का प्रस्ताव…

कानपुर : उत्तर प्रदेश में नोएडा की तरह एक और हाईटेक शहर बसने जा रहा है. इसका विकास ग्रेटर नोएडा की...

GANGA RIVER FRONT : कानपुर में बनेगा गंगा रिवर फ्रंट पहले चरण में 9 Km लंबा होगा, पटना मरीन ड्राइव की तर्ज पर मिलेगी सुविधाएं..

कानपुर : शहर में गंगा बैराज से लेकर शुक्लागंज तक गंगा रिवर फ्रंट बनाने की योजना है. पटना में गंगा...
Information is Life

उत्तर प्रदेश के अमेठी में पिछले सप्ताह कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते समय प्रियंका गांधी ने अपने पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की अमेठी से जुड़ी यादों और अमेठी के साथ गांधी परिवार के रिश्तों का भावुक होते हुए जिक्र किया था भाषण से जुड़े पहलुओं को इस दौरान वहां बने माहौल का जिक्र करते हुए आर्टिकल में समेटा गया है। कोई अंदाजा नहीं था कि ऐसा होने वाला है। उस दिन, जब मैं फुर्सतगंज के पास बीच रास्ते में प्रियंका जी से uptvlive.com का सवांददाता मिला तो उन्होंने कहा था कि पिता जी (राजीव गांधी) के बारे में बोलने का मन है। दिमाग में कमोबेश यही छवि उभरी कि एक राजनीतिक भाषण होगा जिसमें अमेठी से राजीव जी के लगाव और अपनापे का जिक्र होगा। उस दिन का यह आखिरी कार्यक्रम था। रात के लगभग नौ बज रहे थे। रायबरेली में 15 नुक्कड़ सभाओं के बाद अमेठी के कार्यकर्ताओं के बीच उनका यह भाषण था।

अमेठी से कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा ने भी संक्षेप में भाषण दिया और प्रियंका माइक पकड़ कर खड़ी हो गई। शुरू के एक दो मिनट हम जैसे लोगों का ध्यान भी नहीं जा पाया कि बोल क्या रही हैं। पिता की जीप में शरारत करते दो बच्चे। वो राजीव जी के बारे में बोल रही थीं। जीप चलाकर अमेठी के गांव-गांव में जाना, जनता से राजीव जी का रिश्ता, उनकी नेकदिली और साहस के साथ साधनों के अभाव व सड़क-खरंजे का जिक्र। हल्का सा एक चित्र उभर रहा था। दिन भर की थकावट के बाद उनकी भरभरा गई आवाज में अचानक एक वाक्य तीर की तरह कान में घुसा। एक किशोर लड़की की घबराहट सुनाई देने लगी।

आगे का भाषण एक लड़की दे रही थी, जो अपने पिता की सलामती के लिए व्रत और उपवास रख रही थी और जिसकी रोज की नींद को देर रात घर लौट रहे पिता की पदचाप का इंतजार रहता था। फिर एक फोन की घंटी बजने का जिक्र आया और मैंने उस पूरी सभा में सन्नाटा पसरते देखा जैसे वह घटना ठीक अभी-अभी घट रही हो। एक बेटी अपनी मां को उसके पति के नहीं रहने की सूचना देने जा रही थी। घड़ी की सुई दस की ओर बढ़ रही थी। उस दिन भी यही समय रहा होगा। उन्नीस बरस की लड़की को, ऐसी स्त्री को उसके प्रेमी की मृत्यु की सूचना देनी थी जिसके लिए वह सात समुन्दर पार अपना सब कुछ छोड़कर भारत चली आई थी। फिर उन्होंने अपनी मां की आंखों के सामने छाने वाले अंधेरे का जब जिक्र किया तो पूरी सभा में सन्नाटा पसर गया। कई की आंखें नम हो गईं। वे उस हंसी के बारे में भी बोल रही थीं, जो राजीव गांधी के जाने के बाद, उन्होंने उस स्त्री की आंखों में, जिसे वे अपनी मां कहती है- दुबारा कभी नहीं देखी। सब कुछ धुंधला पड़ने लगा। सभा, राजनीति, चुनाव, उसका तनाव सब गायब होने लगा। जब मां द्वारा अमेठी से चुनाव लड़ने के फैसले का जिक्र आया, वर्षों से गुमसुम, विरह में टूटी हुई एक स्त्री के चट्टानी संकल्प का चित्र भी उभर रहा था।

भीड़ में से नारा गूंजा राजीव भैया अमर रहे’। मैंने ने चारों तरफ देखा। लोग रो रहे थे। दिल्ली से प्रयागराज जा रही ट्रेन में अपने शहीद पिता की अस्थियों के साथ बैठी एक बेटी के दुःख और क्रोध के पहाड़ को मैंने अमेठी के रेलवे स्टेशन पर हजारों लोगों के आंसुओं की गर्माहट में पिघलते हुए देखा। मैंने उस रात आंसुओं के समंदर में एक लड़की को जीवन का, परिवार का, जनता से एक नेता के सच्चे प्रेम और आदर का अर्थ पाते हुए देखा। तब मेरी उमर आठ-नौ बरस भी नहीं रही होगी, न में वहां था, मगर मुझे ऐसे लग रहा था कि यह सब मेरे सामने घटित हो रहा है। मैंने उन्नीस बरस की एक लड़की में अपने देश की महान परंपरा का बीज पड़ते देखा। मैंने अपनी कल्पना में जनता के लिए हमेशा खड़ा रहने वाला, एक नेता पैदा होते हुए देखा। लोगों की भीड़ में बैठे पुराने कार्यकर्ताओं का नाम लेकर जिक्र होने लगा और धीरे-धीरे हम सब भावनाओं के ज्वार से उतरने लगे।

गर्मियों में अक्सर लग जाने वाली आग में एक किसान का घर स्वाह हो गया था। उसकी मुट्ठी में बेटी की शादी के लिए बचाकर रखे अधजले नोटों की राख थी। भीड़ में सामने खड़ी जामों कस्बे की रमाकांति को जब उन्होंने रोते हुए देखा तो उसकी कहानी सुनाने लगीं और रोने से मना करते हुए उन्होंने कहा ‘रोओ मत, तुम बहुत हिम्मत वाली हो, तुम्हारी हिम्मत ने मुझे हिम्मत दी है।’ उन्होंने रमाकाति को अपने पास बुला लिया। राजीव भैया की बिटिया का भाषण अमेठी की जनता से रिश्ते की कहानी कहता गया। बोलीं- अगर अपने जीवन में किसी इंसान को पूजा तो वे मेरे पिताजी थे। अमेठी मेरे पिताजी की कर्मभूमि है। मैं इस भूमि को भी पूजती हूं। ये मेरे लिए व राहुल के लिए पवित्र भूमि है। प्रियंका ने लंबा भाषण दिया। फर्क करना मुश्किल था कि कौन बोल रहा है। महज एक बेटी या कांग्रेस पार्टी की एक नेता।


Information is Life