“होटल प्रेसिडेंट को 20 साल बाद दोबारा बेच देने का मामला सामने पर बवाल मच गया है। बताया जा रहा है कि जिस मालिक ने विजय कपूर एंड कंपनी को होटल बेचा था। उसी की पत्नी को दिल्ली से लाकर चरणजीत उर्फ बंटी ने अपने नाम और पुखरायां निवासी एक व्यकित के नाम 19 सितंबर को रजिस्ट्री करवाई है”
कानपुर : प्रेसीडेंट होटल को लेकर चल रहे बवाल में पुलिस ने गुरुवार को चरनजीत उर्फ बंटी को जेल भेज दिया। दबाव बनाने के लिए होटल पर टांगे गए सत्ताधारी विधायक की होल्डिंग उतार दी गयी है। अन्य आरोपियों की तलाश में टीमें लगी हैं। इस बीच पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि होटल के जो पूर्व मालिक थे उनकी पत्नी ने जो अब दिल्ली में रहती है उन्होंने 19 सितंबर को चरनजीत और एक अन्य के नाम से होटल की दोबारा रजिस्ट्री कर दी थी। रजिस्ट्री फर्जी है सही इसकी जानकारी की जा रही है। डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार ने बताया कि मामले की जांच की गई तो पता चला कि 2002 में बलवंत राय कपूर व उनके परिवार वालों ने होटल की रजिस्ट्री विजय कपूर, संजय कपूर, नीरज व अजय के नाम पर की थी। वही सूत्रों के अनुसार होटल का म्यूटेशन नही हुआ था इसलिए हाउस टैक्स और वाटर टैक्स अभी पूर्व मालिक के नाम पर ही चल रहा था यही शातिर चरनजीत उर्फ बंटी गच्चा खा गया, उसने रातों रात पाला बदला और पूर्व मालिक की पत्नी पंकज कपूर को दिल्ली से लाकर अपने और अपने साथी के नाम रजिस्ट्री करवा डाली और यही नही सूत्रों के अनुसार रजिस्ट्री भी कोर्ट आकर रजिस्ट्रार के यहाँ नही हुई बल्कि विशेष परिस्थिति के आधार पर किसी होटल में रात में होने की चर्चा है। 2011 से चरनजीत लीज पर होटल चला रहा था, जिसका एग्रीमेंट इसी साल फरवरी में खत्म हो गया था। तब से अब तक उसने होटल खाली नहीं किया था। जब गहनता से जांच की गई। 19 सितम्बर की रजिस्ट्री के आधार पर बंटी और उसके साथी खुद को मालिक बता रहे है। डीसीपी ने बताया कि रजिस्ट्री कैसे की गई…इसकी जांच की जा रही है, जो भी इसमें शामिल होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी।
यह हुई थी घटना
फजलगंज स्थित प्रेसीडेंट होटल को लेकर पिछले काफी समय से विवाद चल रहा है। 17 सितंबर को मुख्य मालिक अजय डंक समेत अन्य पहुंचे थे, तो होटल को चलाने वाले चरनजीत ने राइफल धारी गुर्गों को बुलाकर उनको खदेड़ दिया था। पुलिस ने चरनजीत, गुरमीत सिंह, रनदीप सिंह व हरमीत सिंह समेत 40 पर हत्या के प्रयास समेत गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर चरनजीत को गिरफ्तार किया था। गुरुवार को वह जेल भेजा गया।
उतर गई विधायक की शुभकामना संदेश की होर्डिंग
मारपीट की घटना के बाद होटल संचालक ने मालिकों पर दबाव बनाने के लिए होटल की छत और दीवारों पर विधायक महेश त्रिवेदी की शुभकामनाओं की दो होर्डिंग लगवाई दी थी। संचालक के जेल जाने के बाद होटल में लगी होर्डिंगों को हटा दिया गया है।
मामले की जांच की जा रही है। होटल संबंधी सभी दस्तावेज जुटाए जा रहे हैं। अगर होटल की रजिस्ट्री दो बार की गई तो बेचने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी। अगर आरोपी ने खुद फर्जी रजिस्ट्री कराई होगी तो उस पर और सख्त कार्रवाई होगी। –प्रमोद कुमार, डीसीपी साउथ
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