लोकसभा चुनाव : जानिए कौन है रमेश अवस्थी बीजेपी ने क्यों बनाया कानपुर से उम्मीदवार।

  अभय त्रिपाठी / कानपुर : छोटे से गाँव के किसान परिवार में जन्मे, संघ की पृष्ठ भूमि से आने वाले...

#Kanpur : सांसद सत्यदेव पचौरी लोकसभा टिकट की दावेदारी छोड़ी, राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखकर किया इंकार।

UP Lok Sabha Election 2024: बीजेपी (BJP) के एक और सांसद ने चुनाव लड़ने के इनकार कर दिया है. कानपुर...

कानपुर से आलोक मिश्रा बने गठबंधन उम्मीदवार, 28 साल बाद कांग्रेस ने लगाया ब्राह्मण प्रत्याशी पर दाँव।

कांग्रेस पार्टी ने कानपुर लोकसभा सीट से ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगाया है। आलोक मिश्रा को कानपुर से...

Uptvlive Kanpur : मानवता की सर्वोपरि सेवा है रक्तदान-आर के सफ्फड़…

कानपुर : बुधवार को चंद्रशेखर आजाद यूनिवर्सिटी की कला संकाय के द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना...

श्रीराम फिर बने कानपुर प्रांत प्रचारक, प्रतिनिधि सभा में लगी मुहर।

कानपुर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में श्रीराम को लगातार दूसरी बार...

Lok Sabha Election 2024: सीएम योगी के साये की तरह नजर आते थे IAS संजय प्रसाद, अब EC ने हटाया।

Sanjay Prasad News: सीएम योगी के साये की तरह नजर आते थे IAS संजय प्रसाद, अब EC ने हटाया Sanjay...

Kanpur : सत्यदेव पचौरी और उनकी बेटी नीतू सिंह लोकसभा टिकट के लिए आमने-सामने, वीरेंद्रजीत सिंह क्षेत्र संघचालक के पद से दायित्व मुक्त।

अभय त्रिपाठी / UPtvLIVE कानपुर : चुनावी रण सज गया है। दुंदुभि बजते ही राजनीतिक रणबांकुरों के बीच...

उत्तर प्रदेश में किस चरण में, कहां होगा मतदान 

▪️ पहले चरण की वोटिंग:  19 अप्रैल (8 सीट) सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना,...
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पिता और पुत्री के अद्भुत प्रेम के उदगारों का वर्णन।

कानपुर की प्रतिष्ठित शिक्षाविद् एवं समाज सेविका डॉ परमजीत कौर छाबरा की नई पुस्तक का “याद बहुत आते हो तुम” का विमोचन प्रसिद्ध कवयित्री और साहित्यकार डॉ कमल मुसद्दी के द्वारा गुरुवार को कानपुर जर्नलिस्ट क्लब में किया गया। विमोचन कार्यक्रम का संचालन रंजना यादव द्वारा किया गया।

पुस्तक डॉ परमजीत कौर छाबरा ने अपने पिता सरदार जोगिन्दर सिंह की स्मृति में लिखी है पुस्तक में पिता और पुत्री के अद्भुत प्रेम के उदगारों का गजब का वर्णन है। अक्सर कहा जाता है कि आपका बेटा तभी तक आपका बेटा होता है जब तक इसका विवाह नहीं हो जाता। फिर वह किसी का दामाद बन जाता है, पति बन जाता है, जीजा बन जाता है, पिता बन जाता है लेकिन पुत्र कम ही रह पाता है। परंतु कुदरत की अनोखी सुंदरता है बेटी हमेशा बेटी ही रहती है उसके अंदर अपने माता-पिता के प्रेम में कभी भी कैसी भी कमी नहीं आती ॥

डॉक्टर परमजीत कौर ने मौजूदा समय मे सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल प्रतापगढ़ की प्रिंसिपल हैं। उन्होंने कई पुस्तकें लिखी है। उनकी अधिकांश पुस्तकों में मानवीय मूल्य भावनात्मकता एवं मार्मिकता का मूलाधार होता है। उनके द्वारा लिखी गई आखिरी पुस्तक पुस्तक वर्चुअल से वास्तव तक भी यही दर्शाती है कि किस प्रकार मोबाइल ने एक कृतिम दुनिया सृजित करके संबंधों मानवीय मनोभावों और आपसी विश्वास को खंडित कर के रख दिया है। पुस्तक अगस्त माह से पाठकों के लिए विभिन्न वेबसाइट एवं क्रय केंद्रों पर उपलब्ध है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से कानपुर बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री अनूप कुमार द्विवेदी, ब्रजभूषण सिंह, भगवन्त अनमोल, डॉ राकेश शुक्ला, मृदुल कपिल मौजूद रहे।


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