हरियाणा चुनाव में जीती बीजेपी, हिमाचल में बटी जलेबियां जयराम ठाकुर ने लड्डू नहीं जलेबी बांटकर मनाई चुनावों के जीत की खुशी

मंडी. हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशित जीत पर हिमाचल प्रदेश में...

1857 में 17-21 जुलाई के बीच अंग्रेजों ने कानपुर में किया था भीषण नरसंहार

हम कितने उदासीन है शायद इस तरह की मानव प्रजाति दुनियां के किसी कोने में नही पाई जाती जिसको पग पग...

यूपी में 24 PPS बने IPS; चिरंजीव नाथ सिन्हा, विश्वजीत श्रीवास्तव, ममता रानी को मिला प्रमोशन –

विज्ञापन PS officers promotionउत्तर प्रदेश के 24 प्रांतीय पुलिस सेवा (PPS) संवर्ग के अफसर आईपीएस...

रियल लाइफ ‘बंटी-बबली’, कबाड़ी मार्केट में बनवाई मशीन, बुजुर्गों को ‘जवान’ बनाने का दिया झांसा, ठगे 35 करोड़

ठगी का आरोप किदवई नगर में ही रहने वाले राजीव दुबे और उसकी पत्नी रश्मि पर लगा है। फिलहाल दोनों फरार...

UP के पूर्व IAS अधिकारी अवनीश अवस्थी ने पूर्व IPS और उनकी पत्नी के खिलाफ किया मुकदमा।

विज्ञापन UP की लखनऊ में सिविल जज सीनियर डिविजन की अदालत में दाखिल मुकदमे में अवनीश अवस्थी की ओर से...

पूर्व डीजीपी ने चेताया कि एनकाउंटर में फंसे तो बाल बच्चे तक रोयेंगे,नैतिकता का तकाजा है कि पुलिस स्वयं अपराधी न बने

विज्ञापन उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने कहा है कि प्रमोशन और पैसे के लिए एनकाउंटर कर...

यूपी के इन पांच अफसरों के खिलाफ विजलेंस के छापे में क्या-क्या मिला? यहां पढ़ें सारी डीटेल्स

विज्ञापन Lucknow Raid: विजिलेंस की ये छापेमारी 8 घंटे तक चली. जिन अधिकारियों के ठिकानों पर ये...

IND vs BAN 2nd Test: रोहित-यशस्वी ने 3 ओवरों में 51 रन बनाकर रचा इतिहास, जो कभी नहीं हुआ वह कर दिखाया…

IND vs BAN 2nd Test: रोहित शर्मा और यशस्वी जयसवाल ने भारत को कानपुर टेस्ट में विस्फोटक शुरुआत दी....

कानपुर : राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के अवसर पर रेडक्रॉस करेगा रक्तदान शिविर आयोजन।

विज्ञापन -राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस पर होने जा रहा है आयोजन-मंगलवार को रक्तदान शिविर सुबह...
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शिशु की पहली आचार्य माता ही होती हैं. हमारे नैतिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक मूल्यों की सीख माता-पिता से ही मिलती हैं. हर माँ बाप अपने बालक बालिका को विद्यालय भेजकर उन्हें शिक्षा दिलाने के हर सम्भव प्रयास करते हैं. गरीबी और अभावों के बीच अपना जीवन किसी तरह मजदूरी करके काटते हैं मगर अपने बच्चों को स्कूल भेजने की जिम्मेदारी का निर्वहन करते हैं. बच्चों को व्यवहारिक जीवन की शिक्षा माता पिता द्वारा ही मिलती हैं. वे हर सम्भव प्रयास द्वारा उन्हें अच्छी शिक्षा दिलाते हैं. विद्यालय में शिक्षक द्वारा उनका मार्गदर्शन किया जाता हैं. बालक गुरु द्वारा प्राप्त ज्ञान को अपनी दिनचर्या में उतारने का प्रयास माता-पिता की निगरानी में ही करते हैं. बालक में संस्कार और उसकी सभ्यता माता-पिता की बदौलत ही प्राप्त होती हैं. वे सदैव एक अच्छा नागरिक बनने के लिए अपने बच्चे को प्रोत्साहित करते हैं.

बालक के लिए स्कूल या घर में आज पुस्तकीय या सैद्धांतिक ज्ञान के अपार स्रोत हैं. जिन्हें दूसरे शब्दों में हम जानकारी भी कह सकते हैं. मगर इनका जीवन में उपयोग तथा सही गलत की पहचान माता-पिता द्वारा ही दी जाती हैं. जीवन में ईमानदारी, सत्य, परोपकार, अहिंसा और कठिन परिश्रम के गुण माता- पिता के अनुकरण द्वारा ही सीखे जाते हैं. सुख या दुःख की परिस्थतियों में कब कैसा व्यवहार किया जाए आदि व्यावहारिक नैतिक शिक्षा के आधार तो पेरेंट्स ही होते हैं.

हमारे जीवन में माता-पिता ईश्वर के भेजे दो फरिश्ते हैं जो हमारे जन्म से साथ ही होते हैं. जब कभी हमें चोट लगती है गिरते है अथवा टूट जाते हैं तो वे प्यार दुलार के मलहम से हमें जोड़ देते हैं. हमारी हंसी में हंस पड़ते है हमारे रोने पर उनका भी कलेजा पसीज जाता हैं. बच्चें के पैरों पर खड़े होने तक उन पर आई हर एक परेशानी को वे फरिश्ते की तरह स्वयं हल कर देते हैं. हमारी शिक्षा, दीक्षा, संस्कार, आदर्श, मूल्यों का श्रेय उन्ही को जाता हैं. आज यदि हम दो अक्षर लिख पाते हैं अथवा समझने योग्य है तो यह उनकी ही देन हैं. एक माता – पिता की ईच्छा के बगैर बच्चा कुछ नहीं कर पाता और यदि पेरेंट्स का आशीर्वाद हमारे साथ हैं तो समूची दुनियां हमारी हो जाएगी.
अभय त्रिपाठी (वरिष्ठ पत्रकार)


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