कानपुर चिड़ियाघर में कैश रूम से छह लाख की चोरी की घटना सामने आई है। डायरेक्टर केके सिंह के अनुसार सभी सफाई कर्मचारियों और गार्डों से चिड़ियाघर के प्रशासन ने अपने स्तर से पूछताछ की। पूरे परिसर में भी खोजबीन करवाई गई।
कानपुर में चोरों ने गुरुवार रात चिड़ियाघर के कैश रूम में रखी ढाई क्विंटल की तिजोरी पार कर दी। तिजोरी में छह लाख रुपये की नकदी थी। शुक्रवार सुबह जब अधिकारी कैश रूम में पहुंचे तो बाहर से ताला बंद मिला, लेकिन अंदर से तिजोरी गायब थी। पुलिस ने अज्ञात में रिपोर्ट दर्जकर शक के आधार पर चार कर्मचारियों से पूछताछ शुरू की है।
प्रभारी क्षेत्रीय वन अधिकारी दिलीप गुप्ता ने पुलिस को बताया कि चिड़ियाघर में आने वाले दर्शकों से होने वाली आय को परिसर में ही स्थित प्रशासनिक भवन में बने कैश रूम के अंदर रखी तिजोरी में रखा जाता है। अधिक कैश जमा होने पर उसे ट्रेजरी में जमा करवा दिया जाता है। करीब एक सप्ताह में 5.95 लाख की आय हुई थी, जिसे तिजोरी में रखवा दिया गया था। बाहर से ताला बंद था। शुक्रवार सुबह जब कैश रूम में पहुंचे तो अंदर से भारीभरकम तिजोरी गायब थी। उन्होंने कैश इंचार्ज समेत चार कर्मचारियों पर शक जताया है, जिनके पास तिजोरी की चाबियां रहती हैं।
शाम को सूचना पर पहुंची नवाबगंज थाना पुलिस ने प्रशासनिक भवन में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तो मालूम हुआ कि वारदात को अंजाम देने से पहले चोरों ने सीसीटीवी कैमरे भी बंद कर दिए थे। पुलिस ने संदिग्धों से पूछताछ शुरू की है। एसीपी अकमल खान ने बताया कि संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही वारदात का खुलासा किया जाएगा।
दिनभर दबाए रखा मामला, शाम को पहुंचे थाने
डायरेक्टर केके सिंह के अनुसार सुबह सभी सफाई कर्मचारियों और गार्डों से चिड़ियाघर के प्रशासन ने अपने स्तर से पूछताछ की। पूरे परिसर में भी खोजबीन करवाई गई। शाम तक कुछ भी पता न चलने पर पुलिस को सूचना देने का फैसला लिया गया। पुलिस को प्रशासनिक भवन की ओर जाने वाले रास्ते पर एक कैमरा चलता हुआ मिला, लेकिन उसमें कोई भी नजर नहीं आया। वहीं, पुलिस का कहना है कि यदि उन्हें सुबह से वारदात का पता चल जाता तो फोरेंसिक और डॉगस्क्वाड की मदद ली जा सकती थी। दिन भर लोगों की चहलकदमी से अब इनका लाभ मिलना मुश्किल है।
चार से पांच लोगों के शामिल होने की आशंका
पुलिस के अनुसार चोरों ने कैश रूम का ताला नहीं तोड़ा है। उसे चाबी से खोलने के बाद तिजोरी पार कर दी गई। पुलिस को आशंका है कि भारीभरकम तिजोरी को उठाने के लिए चार से पांच लोग रहे होंगे। चोरों ने वारदात को अंजाम देने के बाद कैश रूम का ताला फिर से बंद कर दिया।
गेट पर तैनात थे तीन पीआरडी जवान
एक साल पहले तक चिड़ियाघर में 13 पीआरडी जवानों की ड्यूटी लगाई जाती थी। जब डायरेक्टर केके सिंह ने चार्ज संभाला तो उन्होंने व्ययों को कम करने के लिए जवानों की संख्या घटाकर तीन कर दी। वारदात के दिन भी तीन पीआरडी जवानों की ड्यूटी मुख्य गेट के बाहर थी। वहीं, कैश रूम के बाहर वन विभाग के सिपाहियों की तैनाती थी। इसके बाद भी चोर बिना किसी को भनक लगे तिजोरी उठा ले गए। रात में ड्यूटी पर तैनात सभी कर्मचारियों को पुलिस फिलहाल शक की निगाह से देख रही है।
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