कानपुर देहात में जलने से मां बेटी की मौत के मामले में विरोध के लिए सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी विधायक रूमी हसन और कार्यकर्ताओं के साथ कानपुर देहात घटनास्थल जाने की तैयारी कर रहे थे। तभी उनके घर के आस-पास भारी फोर्स तैनात कर दी गई। इस दौरान सामने पड़े पुलिस अधिकारियों पर सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी जमकर बरसे। तो एसीपी स्वरूप नगर, एसीपी कर्नलगंज समेत कई थानों की फ़ोर्स उन्हें कानपुर देहात ले जाने के बहाने काकादेव स्थित अमिताभ बाजपेई के घर से लेकर निकले लेकिन रास्ते मे पुलिस ने खेल कर दिया और सचेंडी के राजकीय विद्यालय में नज़रबंद कर दिया। सपा विधायकों द्वारा जमकर सरकार को कोसा गया।
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम की ओर से 11 सदस्यीय समिति को कानपुर देहात मामले की जांच के लिए रवाना करने के आदेश जारी किए गए थे. इन 11 सदस्यीय समिति में सपा विधायक अमिताभ बाजपेई और विधायक रूमी हसन का नाम भी है।
कानपुर देहात में एक घटना के दौरान मां-बेटी की जलकर मौत हो गई थी. अब इस मामले में सियासत तेज हो गई है. सोमवार को घटना के बाद जहां विपक्ष ने सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफार्म पर जमकर योगी सरकार को घेरा था. सपा विधायक अमिताभ बाजपेई का कहना है कि योगी सरकार का बुलडोजर मतवाला हो गया है. अफसरों के सामने मां-बेटी जलकर मर गईं और अफसर कुछ नहीं कर पाए. उन्होंने कहा कि योगी सरकार में पुलिस और प्रशासन मिलकर विपक्ष की आवाज को दबाना चाहते हैं. सुबह करीब नौ बजे ही सपा विधायक अमिताभ बाजपेई के काकादेव स्थित आवास के बाहर कई थानों की फोर्स तैनात कर दी गई थी।
सभी थानेदारों से अपने-अपने क्षेत्रों में नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। हिदायत दी गई है कि घटना को लेकर धरना-प्रदर्शन या विरोध करने वालों पर नजर रखी जाए। कानपुर देहात के मड़ौली गांव में कब्जा हटाने गई प्रशासन टीम की कार्रवाई के दौरान छप्पर में लगी आग मैं जलकर मां-बेटी की मौत हुई है।
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