उमेश पाल हत्याकांड के संबंध में अतीक अहमद की पत्नी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक लेटर लिखा है. इसमें उन्होंने राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या की सीबीआई जांच की मांग की है. कहा कि एक कैबिनेट मंत्री ने हमारे खिलाफ साजिश रची है. इसी के तहत हत्या कर दी गई है.
यूपी के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के संबंध में अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक लेटर लिखा है. इसमें उन्होंने राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या की सीबीआई जांच की मांग की है. शाइस्ता और उसके परिवार के सदस्य इस मामले में आरोपी हैं.
गौरतलब है कि 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में उमेश पाल और सुरक्षा गार्ड संदीप निषाद की उनके घर के बाहर हत्या कर दी गई थी. इस हमले में एक अन्य कांस्टेबल घायल हो गया. उधर, अतीक अहमद राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है और गुजरात जेल में बंद है.
उमेश पाल की हत्या बेहद दुखद और निंदनीय
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में शाइस्ता परवीन ने कहा, ”उमेश पाल की हत्या बेहद दुखद और निंदनीय है. उनकी पत्नी ने मेरे पति, दोनों बेटों, देवर खालिद अजीम उर्फ अशरफ समेत नौ लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई है. इसमें मेरे पति, देवर और बेटों पर साजिश का आरोप है. साथ ही सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मेरे बेटे अली को शूटर बताया है. ये आरोप निराधार हैं”.
एक कैबिनेट मंत्री ने हमारे खिलाफ साजिश रची
“सच्चाई यह है कि जब से बसपा ने मुझे प्रयागराज से मेयर पद का उम्मीदवार घोषित किया है, आपकी सरकार में एक स्थानीय नेता, एक कैबिनेट मंत्री ने हमारे खिलाफ साजिश रची है. इसी साजिश के तहत एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई है.” जिसका आरोप मेरे पति पर लगना स्वाभाविक था”.
पति और देवर को जेल से निकालकर मारा जा सकता
शाइस्ता परवीन ने आगे कहा, “उमेश पाल राजू पाल हत्याकांड में गवाह नहीं था. वह धूमनगंज थाने में दर्ज अपहरण के मामले में वादी था. इसमें अदालत में उसकी गवाही दर्ज की जा चुकी है. प्रयागराज पुलिस आपके मंत्री के दबाव में काम कर रही है. रिमांड के बहाने मेरे पति और देवर को जेल से निकालकर रास्ते में ही मारा जा सकता है”. परवीन ने मांग की है कि उमेश पाल की हत्या की सीबीआई से कराई जाए. उन्होंने इस पत्र को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर भी किया है.
मामले में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार का बयान
मामले में अब तक क्या कार्रवाई हुई इसको लेकर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार और प्रयागराज पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने जानकारी दी है. एडीजी ने कहा कि इस हत्याकांड ने पूरे प्रदेश को दहला दिया था. सरकार की तरफ से विधानसभा के पटल पर सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे. इसी क्रम में आज प्रयागराज के मध्य थाना क्षेत्र में मुठभेड़ हुई.
इसमें आरोपी अरबाज को गोली लगी. इसके पास से 32 बोर की पिस्टल बरामद हुई है. एडीजी ने कहा कि इस मामले में सात आरोपियों पर घोषित कर दिया गया है. अगर कोई व्यक्ति इनके संबंध में जानकारी देता है तो उसे इनाम दिया जाएगा.
मुस्लिम हॉस्टल में रची गई थी साजिश- पुलिस कमिश्नर
प्रयागराज पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया कि सोमवार को मुठभेड़ में मारा गया अरबाज पुत्र अफाक 50 हजार का इनामी था. इसका अपराधी इतिहास खंगाला जा रहा है. इस मुठभेड़ में एसएचओ को चोट आई है.
इस दौरान उन्होंने एक सनसनीखेज खुलासा किया. बताया कि इस हत्याकांड की साजिश मुस्लिम हॉस्टल के कमरे में रची गई थी. साथ ही ये भी बताया कि वारदात में शामिल एक साजिशकर्ता सदाकत खान पुत्र शस्मशाद खान को यूपी एसटीएफ ने अरेस्ट किया है. वो गाजीपुर का रहने वाला है और एलएलबी का छात्र बताया जा रहा है. जो कि मुस्लिम हॉस्टल में रह रहा था.
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