Kanpur News: कैट के प्रदेश महामंत्री अशोक बाजपेई ने बताया कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कानपुर समेत देश भर के लोगों में उत्साह है, जो व्यापार के रूप में बड़ा अवसर दे रहा है। गाने और गीत बन रहे है। इससे गीतकार, संगीतकार एवं गायकों को भी रोजगार मिलेगा।
अयोध्या में 22 जनवरी को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इससे कानपुर के बाजारों में दिवाली जैसा उल्लास देखने को मिलेगा। सराफा में चांदी के सिक्कों पर अयोध्या और राम दरबार की छाप वाले सिक्कों की मांग बढ़ गई है। शहर में पांच हजार सिक्कों और एक हजार मूर्तियों के आर्डर मिले हैं।
कुछ सराफा ग्राहकों की मांग पर सोने का राम मंदिर भी बना रहे हैं। इसके अलावा मिट्टी के दीये, खादी के कपड़ों की बनी ध्वजा, रंग-बिरंगी झालरों की मांग भी है। ऑल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने बताया कि चांदी के रामदरबार भी बाजार में है।
बाजारों में इनकी है मांग
वजन के अनुसार इनकी कीमत नौ सौ से 25 हजार तक है। राम मंदिर के मॉडल की बहुत अधिक मांग है। कुछ सराफा ने सोने के राम मंदिर भी बनाए हैं। अयोध्या, राम दरबार बने चांदी के सौ व 250 ग्राम के सिक्के बाजार में आए हैं। वहीं, कारोबारी दीपेश कुमार ने बताया कि राम ध्वजा, अंगवस्त्र, माला, लॉकेट, चाबी, राम दरबार के चित्र, राम मंदिर के मॉडल के चित्र, सजावटी सामान, कड़े की मांग है।
प्रचार सामग्री के भी आर्डर मिल रहे हैं
बाजारों को सजाने के लिए भगवा लड़ी की मांग और कुर्ता, टी-शर्ट के लिए खादी की मांग देखी जा रही है। यह मॉडल हार्डबोर्ड, पाइनवुड लकड़ी से तैयार किए जा रहे हैं। 22 जनवरी को शहर, घरों को मिट्टी के दीपकों और झालरों से सजाया जाएगा। इसके चलते दीपकों, झालरों के अलावा रंगोली, फूलों की लड़ियों की मांग है। इसके अलावा प्रचार सामग्री जिसमें होर्डिंग, पोस्टर, बैनर, पत्रक, स्टीकर आदि के भी आर्डर मिल रहे हैं।
आठ सौ करोड़ के कारोबार का अनुमान
कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन कैट ने प्राण प्रतिष्ठा से शहर में करीब आठ सौ करोड़ के कारोबार का अनुमान लगाया है, जबकि उप्र में आठ हजार और पूरे देश में 50 हजार करोड़ के कारोबार की संभावना है। कैट के प्रदेश महामंत्री अशोक बाजपेई ने बताया कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कानपुर समेत देश भर के लोगों में उत्साह है, जो व्यापार के रूप में बड़ा अवसर दे रहा है। गाने और गीत बन रहे है। इससे गीतकार, संगीतकार एवं गायकों को भी रोजगार मिलेगा।
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