कानपुर : मकराबर्टगंज में जन्मे रजत नायर सुप्रीम कोर्ट के महाधिवक्ता पैनल के वरिष्ठ वकीलों में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपील में वह केंद्र सरकार की ओर से अधिवक्ता रहे है और अब छत्तीसगढ़ सरकार ने रजत नायर की नियुक्ति बतौर सुप्रीम कोर्ट के एडिशनल एडवोकेट जनरल के रूप में की है।
रजत नायर का जन्म 1983 में हुआ। पिता जयंत नायर तीन साल की उम्र में साथ छोड़ गए। माता बीना नायर ने पालन पोषण किया। रजत ने इंटर तक की शिक्षा शीलिंग हाउस स्कूल से ली। पुणे के भारती विद्यापीठ से कानून की शिक्षा ली। रजत के माता और पिता दोनों लाल इमली में काम करते थे। रजत नायर बताते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के प्रसिद्ध अधिवक्ता पीएच पारेख के साथ इंटर्नशिप की। बाद में पारेख एंड कंपनी में काम मिल गया। सालिसिटर जनरल तुषार मेहता ने अपने साथ जोड़ लिया। रजत नायर 2014 से मोदी सरकार की लीगल टीम का हिस्सा हैं और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता के सबसे सीनियर सहायक हैं। वह 2014 से ही केंद्रीय सरकार के लीगल ट्रबल शूटर रहे है और केंद्रीय सरकार की तरफ से एनआईए, सीबीआई, ईडी और गृह मंत्रालय के सबसे पेचीदा और जटिल केसों में वह सरकार की तरफ से पेश होते आये है। रजत 2020 में प्रधानमंत्री मोदी की वाराणसी संसदीय सीट से निर्वाचन को चुनौती देने वाली बीएसएफ़ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर की याचिका पर कानपुर के रजत नायर ने पीएम मोदी की तरफ से पक्ष रखा था।
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