हमसफर एक्सप्रेस की छत पर बैठकर यात्रा करने वाले फतेहपुर के दिलीप ने कहा कि मुझे अपने घर जाना था. लेकिन ट्रेन में जगह नहीं थी. इसलिए मैं छत पर चढ़ गया. वहां पर हवा चल रही थी तो नींद आ गई और मैं सो गया. जब कानपुर आया तो नीचे उतरा.
यूपी के एक युवक को ट्रेन में सीट नहीं मिली तो वह हमसफर एक्सप्रेस की छत पर बैठकर यात्रा करने लगा. हैरानी की बात ये रही कि युवक दिल्ली से कानपुर तक ट्रेन की छत पर ही बैठकर और लेटकर आया. इस दौरान उसने करीब साढ़े 400 किलोमीटर का सफर तय किया. जब वह कानपुर पहुंचा तो ट्रेन की छत पर लेटे-लेटे सो रहा था. रेलवे के अधिकारियों को जब इसकी सूचना मिली तो उनके होश उड़ गए. उन्होंने फौरन हाइटेंशन लाइन को बंद कर युवक को जबरन नीचे उतारा. पूछने पर युवक ने ऐसी बात बताई की अधिकारी भी हैरत में पड़ गए.
हमसफर एक्सप्रेस की छत पर बैठकर यात्रा करने वाले फतेहपुर के दिलीप कुमार ने कहा कि मुझे अपने घर जाना था. लेकिन ट्रेन में जगह नहीं थी. इसलिए मैं छत पर चढ़ गया. वहां पर हवा चल रही थी तो नींद आ गई और मैं सो गया. जब कानपुर आया तो लोगों ने मुझे नीचे उतारा.
ट्रेन से उतारने के बाद जीआरपी ने दिलीप को रेलवे मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया, जहां मजिस्ट्रेट ने उसपर जुर्माना लगाकर छोड़ दिया. इसके अलावा मजिस्ट्रेट ने दिलीप को सख्त चेतावनी दी कि यदि वो दोबारा ऐसी हरकत करते पकड़ा जाएगा तो कड़ी सजा सुनाई जाएगी.
दिल्ली से कानपुर तक ‘जानलेवा सफर’
गौरतलब है कि बीती रात नई दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल से गोरखपुर जंक्शन जा रही हमसफर एक्सप्रेस के बी-11 कोच की छत पर दिलीप कुमार लेटे-लेटे कानपुर सेंट्रल पहुंच गया. करीब 130 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार से दौड़ रही ट्रेन के कानपुर पहुंचने पर मामले की जानकारी हुई. इसके बाद ओवर हेड इलेक्ट्रिक (OHE) बंद कर दिलीप को नीचे उतारा गया. इसके चलते कुछ देर तक ट्रेनों का परिचालन ठप रहा. हमसफर एक्सप्रेस करीब 30 मिनट तक स्टेशन पर ट्रेन ही खड़ी रही.
गौरतलब है कि ट्रेन के ऊपर हाइटेंशन लाइन थी. गनीमत रही कि इतने लंबे सफर में दिलीप उसकी चपेट में नहीं आया. नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. फिलहाल, ये घटना सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है. दिलीप पर रेलवे एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
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