भारत-बांग्लादेश दूसरे टेस्ट पर बारिश का साया, कानपुर स्टेडियम में किए जा रहे विशेष इंतजाम।

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BCCI उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला की मां का निधन, 97 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा

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Kanpur : फर्जी दारोगा जब थाने पहुंचा तो असली पुलिस भी रह गई सन्न: बस एक गलती और खुल गई पोल…

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“अजान” के वक्त हिंदू नहीं कर सकेंगे पूजा, होगी कड़ी कार्रवाई

ढाका : शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर दुनिया चिंतित...

केसर पान मसाला के मालिक की पत्नी की मौत: आगरा एक्सप्रेस-वे पर टायर फटने से हादसा, कारोबारी दीपक कोठारी की पत्नी भी गंभीर

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कानपुर-ज़ोनल हेड की प्रताड़ना से क्लस्टर मैनेजर की मौत : फाइनेंस कंपनी के क्लस्टर मैनेजर को आया हार्टअटैक, प्रताड़ना का आरोप,हंगामा।

मृतक के भाई अमित बाजपेयी का बयान कानपुर : सिविल लाइन्स में स्थित हाऊसिंग डवलपमेंट फाइनेंस कम्पनी...

कानपुर : लालईमली मिल पुनः चलने से मिलेगा हज़ारो लोगो को रोजगार -सांसद रमेश अवस्थी

▪️मोदी – योगी के नेतृत्व वाली डबल इंजन सरकार में कानपुर के सर्वांगीण विकास के लिए जुटे है...

Breaking News : BJP ने यूपी के 75 जिलों में प्रभारी मंत्री बदले, कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय को मिला कानपुर का प्रभार।

विज्ञापन BJP ने यूपी के 75 जिलों में प्रभारी मंत्री बदल दिए हैं। योगी सरकार ने मंत्रिपरिषद की बैठक...

यूपी में 46 हजार करोड़ से लगेंगी सेमी कंडक्टर की तीन इकाइयां, 40 हजार से ज्यादा को मिलेगा रोजगार

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सीएम योगी आदित्यनाथ का कांग्रेस नेता पर पलटवार बोले ‘राहुल गांधी को समझ लेना चाहिए कि…

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कानपुर। पिछले दिनों एक केंद्रीय मंत्री की ओर से क्षत्रियों पर टिप्पणी करने का मामला कानपुर में भले ही तूल न पकड़ा हो, लेकिन किंग मेकर की भूमिका में रहने वाली ठाकुर बिरादरी का रुख लोकसभा प्रत्याशी भांपने में जुट गए हैं। प्रत्याशियों से लेकर पार्टियां तक यह समझने में जुटी हैं कि ठाकुरों का ठौर कहां होगा, मतलब इनका झुकाव किस ओर होगा।

रविवार को गाजियाबाद में एक जनसभा में बसपा प्रमुख मायावती ने क्षत्रिय समाज की दुखती रग पर हाथ रखते हुए उनके हर कदम पर साथ रहने की बात कही है। मायावती के बयान से एक बार फिर से क्षत्रियों को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। कानपुर की महानगर लोकसभा और अकबरपुर लोकसभा क्षेत्र में करीब साढ़े चार लाख से ज्यादा ठाकुर मतदाता हैं। इसमें सबसे ज्यादा आबादी अकबरपुर क्षेत्र में बसी है।

राजनीतिक दलों की ओर से इस वोट बैंक को अपनी ओर खींचने के लिए अलग-अलग योजना भी बनाई जा रही है। कानपुर की दोनों लोकसभा क्षेत्रों से इस बिरादरी से भाजपा और बसपा ने प्रत्याशी उतारे हैं। बिरादरी के रूप में क्षत्रियों की बात की जाए तो देश भर में करीब 156 जातियों में क्षत्रिय बिरादरी बंटी हुई है जिसमें अकेले 20 से 25 जातियां कानपुर में रहती हैं।

महानगर में आज तक नहीं हुआ कोई क्षत्रिय सांसदः महानगर में 1952 से लेकर अभी तक किसी भी क्षत्रिय प्रत्याशी को यहां के मतदाताओं ने संसद तक नहीं पहुंचाया है। फिलहाल इसकी उम्मीद आगे भी कम ही नजर आ रही है। जबकि अकबरपुर लोकसभा क्षेत्र में दो बार देवेंद्र सिंह भोले के रूप में क्षत्रिय बिरादरी से सांसद चुना जा चुका है। इसे ही देखते हुए भाजपा ने फिर से क्षत्रिय पर ही दांव लगाया है। हालांकि इस बार परिणाम क्या होगा, अभी कहा नहीं जा सकता है।

ठाकुरों का 84 गांवः सिकंदरा से लेकर जालौन के बीच 84 गांवों में ठाकुरों की बड़ी संख्या रहती रही है। जिसे दादी ठाकुर बुलाया जाता है। इनकी अपनी अलग संस्कृति और सामाजिक सरोकार बताए जाते हैं।

कानपुर नगर व अकबरपुर लोकसभा क्षेत्र में रहने वाली क्षत्रिय बिरादरी

कछुवाह, राजावत, (दोनों जयपुर के राजा जय सिंह से ताल्लुकात रखते हैं, कानपुर देहात से लेकर शहर तक रहते हैं), चंदेल (कानपुर से लेकर बुंदेलखंड तक चंदेलों का शासन रहा है), चौहान (पृथ्वीराज चौहान से ताल्लुक रखते हैं) गौर, भदौरिया, तोमर, सेंगर, सिकरवार, हाड़ा (रावतपुर के आसपास रहते हैं, जो राजस्थान से आए), परमार (कानपुर के साथ कन्नौज में बड़ी संख्या में हैं), जादौन, गौतम (यह लोग ज्यादातर महाराजपुर विधानसभा क्षेत्र के महौली, सरसौल के आसपास रहते हैं), वैश्य ठाकुर (यह डौंडिया खेड़ा के आसपास अधिक संख्या में रहते हैं), श्रीनेत (यह लोग जम्मू कश्मीर से होते हुए गोरखपुर और कानपुर तक फैल गए), बघेल (महानगर में क्षत्रियों की यह बिरादरी भी अच्छी संख्या में रहती है), नेगी, बिष्ट, रावत (इन सभी को ताल्लुक उत्तराखंड से है और यहां पर जाजमऊ और शहर के दूसरे हिस्सों में रहते हैं।

क्षत्रिय बिरादरी से हुए कुछ जनप्रतिनिधि

लाल सिंह तोमर एमएलसी, देवेंद्र सिंह भोले सांसद, मानवेंद्र सिंह चौहान एमएलसी, अभिजीत सिंह सांगा विधायक, अविनाश सिंह चौहान एमएलसी, सरला सिंह मेयर, रघुनंदन सिंह भदौरिया पूर्व विधायक, अरुणा सिंह तोमर पूर्व विधायक।

वीर अभिमन्यु क्षत्रिय महासभा के पूर्व कोषाध्यक्ष संजीव चौहान ने बताया कि कानपुर से बुंदेलखंड तक ठाकुर बिरादरी से जुड़े लोगों की अच्छी तादात है। भोगनीपुर क्षेत्र में चौहानों के 36 गांव हैं। इसी तरह कानपुर में चंदेल ठाकुरों के 80 गांव हैं। गुजरात, राजस्थान, जम्मू कश्मीर, मध्य प्रदेश के अलावा पूर्वाचल से भी बड़ी संख्या में ठाकुर बिरादरी के लोग यहां रहते हैं।


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