Kanpur News: सुबह-सुबह एक बुजुर्ग वोट डालने पहुंचे थे. तभी उन्हें सूचना मिली कि उनके भाई का भाई निधन हो गया है. ये खबर मिलने के बाद बुजुर्ग कुछ देर ठिठके लेकिन मताधिकार का प्रयोग करने के बाद ही पोलिंग बूथ से निकलकर घर के लिए रवाना हुए.
लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर वोटिंग हो रही है. इस दौरान कानपुर से एक ऐसी तस्वीर सामने आई जिसने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा साथ ही मतदाताओं को प्रेरणा भी दी. दरअसल, सुबह-सुबह एक बुजुर्ग वोट डालने पहुंचे थे. तभी उन्हें सूचना मिली कि उनके भाई का निधन हो गया है. ये खबर मिलने के बाद बुजुर्ग कुछ देर ठिठके लेकिन मताधिकार का प्रयोग करने के बाद ही पोलिंग बूथ से निकलकर घर के लिए रवाना हुए.
बता दें कि कई दशकों से संघ से जुड़े वरिष्ठ भाजपा नेता 59 वर्षीय बनारसी लाल मिश्र सुबह 6 बजे घर से मतदान के लिए साइकिल पर निकले थे. मतदान सुबह 7 बजे शुरू होना था लेकिन वह समय से पहले ही मतदान केंद्र पर पहुंच गए थे. बनारसी लाल मिश्र अकबरपुर लोकसभा संसदीय सीट के अंतर्गत वोटर (मतदाता) हैं.
वह रामकृष्ण नगर स्थित आरके मिशन स्कूल के गेट पर पहुंचे ही थे कि उनके चचेरे भाई श्रीनिवास पहुंचे और उन्होंने बनारसी लाल को उनके सगे बड़े भाई करुणा शंकर मिश्र के अचानक देहांत की सूचना दी.
भाई के निधन की खबर पाकर फफक पड़े
सामान्य तौर पर कोई भी व्यक्ति ऐसी खबर पाकर उल्टे पांव लौट जाता, लेकिन बनारसी लाल ने कुछ ऐसा किया कि सभी चकित रह गए. पहले तो बनारसी लाल अपने भाई के निधन की खबर पाकर फफक पड़े लेकिन इसके बाद एक कर्तव्यनिष्ठ और जागरुक मतदाता का परिचय देते हुए उन्होंने मतदान किया और उसके बाद ही घर के लिए रवाना हुए.
दुखद खबर मिलने के बाद भी बनारसी लाल ने मतदाता के तौर पर अपनी जिम्मेदारी का परिचय दिया और मतदान केंद्र के भीतर चले गए, जहां उन्होंने मतदान किया. इसके बाद वह बड़े भाई के अंतिम संस्कार के लिए रवाना हुए. जिसने भी इस वाकये को सुना, उसने इस घटनाक्रम को जागरुक मतदाता के रूप में एक अनूठी मिसाल कहा.
प्रथम मतदाता का मिला था पुरस्कार
बनारसी लाल मिश्र ने बताया कि विधानसभा चुनाव 2022 में उन्होंने आरके मिशन स्थित मतदान केंद्र पर पहुंच कर बूथ में सबसे पहले मतदान किया था. इस पर उन्हें निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों द्वारा ‘प्रथम मतदाता’ का प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया था.
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