स्नेह का तिलक लगाकर बहनों ने की कामना,जुग जुग जीये मेरा भइया…

◆भैया दूज पर बहनों ने भाइयों के लिए की दीर्घायु व आरोग्य की कामना.. ◆भाइयों ने भी अपनी बहनों को...

Kanpur : प्राइवेट अस्पताल की ट्रेनी नर्स से रेप करने वाले इश्तियाक को पुलिस ने किया गिरफ्तार।

कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर में कोलकाता जैसी घटना सामने आई है. कल्याणपुर थाना क्षेत्र के एक...

यूपी, पंजाब और केरल में उपचुनाव टला, 13 नवंबर की जगह अब 20 नवंबर को होंगे चुनाव।

विज्ञापन केरल, पंजाब और यूपी में 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव अब 20 नवंबर को होंगे. विभिन्न...

कानपुर : तिलक नगर नागरिक संगठन ने मनाया दीपावली मिलन समारोह।

Diwali Celebration कानपुर : तिलक नगर नागरिक संगठन ने दीपावली मिलन समारोह का आयोजन किया गया।...

Kanpur : सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने शिवलिंग पर चढ़ाया जल तो मचा बवाल, फ़तवा जारी।

विज्ञापन कानपुर : सीसामऊ विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को उपचुनाव होने हैं, जिसमें समाजवादी पार्टी ने...

कानपुर : मन्दिर के दिये से लगी आग अरबपति बिस्किट कारोबारी पत्नी समेत जिन्दा जले।

विज्ञापन कानपुर में दिवाली पर मंदिर के दीये से घर में भीषण आग लग गई। हादसे में बिजनेसमैन पति-पत्नी...

Kanpur : धन्वंतरि जन्मोत्सव (धनतेरस) के पावन अवसर पर धन्वंतरि सेवा समिति महायज्ञ का करेगी आयोजन।

विज्ञापन कानपुर : भगवान धन्वंतरि के जन्मोत्सव के पावन अवसर पर धनवंतरी सेवा समिति द्वारा भगवान...

कानपुर बार एसोसिएशन के चुनाव : इंदीवर बाजपेई अध्यक्ष,महामंत्री अमित सिंह चुने गए।

विज्ञापन कानपुर बार एसोसिएशन के चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। इंदीवर बाजपेई 2067 वोट पाकर...

कानपुर : विलक्षण प्रतिभा के धनी थे अमर शहीद पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी- अभय त्रिपाठी

जर्नलिस्ट क्लब ने गणेश शंकर विद्यार्थी की जयन्ती की पूर्व संध्या पर विचार गोष्ठी का किया आयोजन।...
Information is Life


कानपुर से कोई ढाई सौ किलोमीटर दूर ओरछा (मध्यप्रदेश) में राजा राम का मंदिर है। यहां पट खुलते ही सशस्र पुलिस की गारद राजा राम को सलामी देती है और फिर सिर नवाकर उनसे राजकाज की आज्ञा मांगती है। इसके बाद ही जिले का सरकारी कामकाज शुरू होता है, यह सब अंग्रेजों के शासन में भी होता था। यहां के राजा राम की सत्यकथा कोई 600 साल पुरानी है। तब यहां बुंदेली राजा मधुकर का राज था। मधुकर कृष्ण भक्त तो उनकी रानी कुंअर गणेश राम भक्त थीं। एक दिन राजा ने अपनी रानी कुंअर गणेश से यूं ही कह दिया कि राम की इतनी भक्त हो तो उन्हें अयोध्या से ओरछा ले आओ। रानी अयोध्या आ गईं और यहां 21 दिन सरयू तट पर राम की आराधना में डूब गईं। मान्यता है कि राम उनकी गोद में मूर्ति के रूप में प्रकट हुए। साथ ही शर्त रक्खी कि वह ओरछा चलेंगे लेकिन वहां जहां उन्हें रख दिया जाएगा, स्थापित हो जाएंगे। वह अयोध्या से वहां बालरूप में जाएंगे और राजा के रूप में विराजेंगे। रानी मूर्ति लेकर ओरछा आ गईं और मुर्ति को महल की रसोई में रख दिया। राम उसी ठौर वहीं स्थापित हो गए। पास ही उनके लिए चतुर्भुज मंदिर का निर्माण करवाया गया, लेकिन रसोई से राम की मूर्ति कोई तस से मस नहीं कर सका। तब राजा मधुकर ने अपने महल को ही मंदिर में तब्दील करवा दिया। तब से रामजी वहां राजा के रूप में विराजमान हैं। ओरछा का प्रशासन उन्हें आज भी अपनी सरकार और राजा मानता है। इसलिए पूरे प्रोटोकॉल के साथ मंदिर में राजा राम को सलामी दी जाती है। डीएम और एसपी भी मंदिर में माथा टेकते हैं…। पूरी दुनिया से लोग यहां आते हैं। देश में इस मंदिर की अयोध्या जैसी मान्यता है। रामनवमी में वहां भारी भीड़ पहुंचती है….।


Information is Life