कानपुर। जानेमाने कार्टूनिस्ट अशोक कुमार शुक्ला ‘अंकुश’ की श्रद्धांजलि सभा मंगलवार को अशोक नगर स्थित कानपुर जर्नलिस्ट क्लब में हुई। पत्रकारों, राजनीतिज्ञों, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने स्वर्गीय अंकुश जी की निष्पक्ष व निडर पत्रकारिता और कार्टून के जरिये व्यवस्था पर व्यंग्य की जमकर तारीफ की। वक्ताओं ने कहा कि “भाई साहब” की धारदार कार्टूनों से समाज को बड़ा सँदेश मिलता था नौजवान पत्रकारों को सीखना चाहिए। वह सभी के लिए नजीर पेश कर गए हैं।
श्रद्धांजलि सभा में अंकुश जी (भाईसाहब) के चाहने वालों का तांता लगा रहा। वरिष्ठ पत्रकार कुमार त्रिपाठी ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अंकुश जी बेहद नेक इंसान थे। कार्टून बनाने से पहले आइडिया शेयरिंग वह किसी से भी कर लेते थे। उनके भीतर का कार्टूनिस्ट आम आदमी हुआ करता था। वरिष्ठ पत्रकार अंजनी निगम ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय, स्थानीय मामलों और सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक या यों कह लीजिए किसी भी पहलू पर भाई साहब की पैनी नजर रहती थी, वरिष्ठ पत्रकार महेश शर्मा ने बताया रिपोर्टरों की खबरों पर भी वो कार्टून बना देते थे। हम लोगों की खबर पर कभी कार्टून बन जाए तो उनका कार्टून हमारे लिए प्रमाणपत्र जैसा हो जाता था। वरिष्ठ पत्रकार आदित्य द्विवेदी ने अंकुश जी को कार्टून विधा की दूसरी पीढ़ी के कार्टूनिस्ट बताया। जर्नलिस्ट क्लब के अध्यक्ष ओमबाबू मिश्रा ने कहा कि अंकुश जी जाना कार्टून की दुनिया की भारी क्षति है। जर्नलिस्ट क्लब के महामंत्री अभय त्रिपाठी ने कहा कि अंकुश जी ने तब ख्याति हासिल की थी जब हिंदी कार्टूनिस्टों में शेखर गुरेरा, सुधीर तैलंग जैसे नाम कार्टून की दुनिया छाये हुए थे।
इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार दिलीप सिंह, विक्की रघुवंशी, आलोक अग्रवाल, आलोक शर्मा, शैलेन्द्र मिश्रा,रवि पाण्डेय, पुष्कर बाजपेयी, चन्द्र प्रकाश गुप्ता, जीपी अवस्थी,दिलीप आसवानी, अकुंश जी के पुत्र मनीष शुक्ला,सूरज, विशाल, दिवाकर, विजय, सपा नेता पुष्पेन्द्र द्विवेदी, भाजपा नेत्री किरण पाण्डेय, आशुतोष अवस्थी समेत अन्य पत्रकार, राजनीतिक एवं सामाजिक लोग मौजूद रहे।
Recent Comments