कानपुर : इसे कहते है खबर का असर यूपीटीवी लाइव में प्रमुखता से चली खबर, खबर का हुआ असर बीती 5 जनवरी को यूपीटीवी लाइव ने “Kanpur News: भूमाफिया की दबंगई बुलडोजर से गिरवाया दलित का मकान, पुलिस बनी रही मूकदर्शक”
https://uptvlive.com/2474/ के शीर्षक से खबर प्रसारित की थी जिसके बाद घटना का स्वतः सज्ञान लेकर डीएम ने जाँच करवाई तो एसडीएम की करतूत सामने आ गयी। जाँच में पाया गया कि आईजीआरएस पर की गई शिकायत को सीधे लेकर तत्कालीन एसीएम 7 और मौजूदा समय मे एसडीएम न्यायिक घाटमपुर राजीव उपाध्याय निजी व्यक्ति की जमीन पर कब्जा हटाने गए जहाँ उन्होंने दो परिवारों को बेघर कर दिया था (IGRS) पर आई शिकायत पर फोर्स लेकर दो परिवारों को निकालना मजिस्ट्रेट को महंगा पड़ा। बिना कब्जा हटाने की नोटिस दिए जमीन खाली कराने की खबर यूपीटीवी लाइव ने प्रमुखता से चलाई थी जिस पर पर डीएम (DM) ने जांच बैठाई। शिकायत सही पाए जाने पर कार्रवाई की संस्तुति की। एसडीएम न्यायिक घाटमपुर राजीव उपाध्याय को आरोप पत्र थमा दिया गया है। पूरे मामले में प्रशासनिक पक्ष को एसडीएम (SDM) सदर रखेंगे। अब एसडीएम और पीड़ितों के बयान दर्ज किए जाएंगे। शासन ने मामले की जांच बैठाकर कमिश्नर को जांच अधिकारी नियुक्त किया है।
पनकी गंभीरपुर गाटा संख्या 368 रकबा 0.318 में संतोष राजपूत रहते है। वहीं पर मनीष और वीर सिंह भी रह रहे थे। संतोष राजपूत ने अवैध कब्जा करने की शिकायत आईजीआरएस में की। जिस पर तत्कालीन एसीएम सप्तम राजीव उपाध्याय ने सीधे चौकी से फोर्स लेकर जबरन दोनों को परिवार समेत निकाल दिया। घर से बेघर करने का मामला सोशल मीडिया में वायरल हुआ। डीएम की संस्तुति पर शासन ने जांच बैठाकर कमिश्नर को जांच अधिकारी बनाया था। अब कमिश्नर ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। कमिश्नर की ओर से एसडीएम को आरोप पत्र दिया जा चुका है। अब उनको 15 दिन में अपना पक्ष रखना है। उससे पहले सभी दस्तावेजों को मुहैया कराना है। प्रशासनिक पक्ष को एसडीएम सदर अभिनव गोपाल रखेंगे। कमिश्नर डा. राजशेखर ने बताया कि आरोप पत्र भेजकर अपनी बात रखने का अवसर दिया है। यदि वह अपना पक्ष रखने में विफल होते है तो उनके निलबंन की कार्यवाही हो सकती है।
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