कानपुर : कानपुर में जमीन दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने का बड़ा मामला सामने आया। यहां एक बड़े व्यापारी ने साझेदार और बिल्डर पर करीब 22 करोड़ रुपये हड़पने का आरोप लगाया। पीड़ित ने पुलिस आयुक्त अखिल कुमार से मिलकर पूरे मामले की शिकायत की। पुलिस आयुक्त के निर्देश के बाद कोहना थाने में एफआईआर दर्ज हुई। अब पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।
75 चेकें ली, आराजी ग्राम समाज व केडीए की निकली
तिलक नगर निवासी विश्वनाथ गुप्ता डल्फिन डेवलपर्स लिमिटेड के निदेशक हैं। उनके मुताबिक उनके परिचित बलराम मनमानी ने बताया था कि जरौली गांव में 11.291 हेक्टयर की कई आराजी नंबर की जमीन अपनी बताई, जो बीएस कंस्ट्रक्शन के नाम से हैं। इतना ही नहीं, उसने साझेदारी में काम करने की बात कहकर करीब 75 चेक उनसे ले ली। उन्होंने 50 प्रतिशत की साझेदारी रखने के साथ ही एग्रीमेंट कर लिया। लेकिन केडीए से पता करने पर कई आराजी ग्राम समाज व केडीए की निकली।
22 करोड़ रुपये हड़पने के बाद रायफलें व बंदूकें तानकर दी धमकी
इसके बाद बीघा जमीन केडीए में मानचित्र स्वीकृत कराने में सात करोड़ समेत कुल उनके 22 करोड़ रुपये लग गए। इसके बाद फिर धोखाधड़ी का खेल रचा। बलराम मनमानी ने बिल्डर अनूप सिंह के नाम इकरारनामा कर उन्हें उस संपत्ति से बेदखल करने का षड्यंत्र रचा है। पीड़ित विश्वनाथ गुप्ता जब जमीन देखने के लिए पहुंचे। इस दौरान बलराम, अनूप अपने कई साथियों के साथ आए। गाली-गलौज करने के बाद रायफलें व बंदूकें तानकर जान से मारने की धमकी दी। फिर मौके से फरार हो गए।
पुलिस आयुक्त से शिकायत के बाद कोहना थाने में FIR दर्ज
विश्वनाथ गुप्ता ने पुलिस आयुक्त अखिल कुमार से मिलकर पूरे मामले की शिकायत की। पुलिस आयुक्त के निर्देश पर कोहना पुलिस ने बीएनएस धारा 420, 467, 468, 471, 504 व 506 की गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की। कोहना थाना प्रभारी अवधेश कुमार ने बताया कि जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपितों के खिलाफ कार्यवाही होगी।
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