कानपुर में रामनवमी पर हंगामा-बवाल और अफवाह फैलाने के मामले में पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने बड़ा एक्शन लिया है। शोभायात्रा पर पथराव की अफवाह फैलाकर शहर का माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वाले 200 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज हुई है। विभिन्न दरोगाओं की तहरीर पर गम्भीर धाराओं में मुकदमें दर्ज किए गए है। कानपुर में रामनवमी के दिन रावतपुर में रामलला मंदिर से शोभायात्रा निकाली जा रही थी। पाहुमल तिराहा से ब्रह्मदेव चौराहे के पास पहुंचने पर शोभायात्रा में शामिल कुछ लोगों ने अफवाह फैला दी कि शोभायात्रा पर पत्थरबाजी हो रही है। इस अफवाह से जुलूस में भगदड़ मच गई और अफरा-तफरी का माहौल हो गया। जुलूस निकाल रहे समर्थकों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक होने लगी। इस दौरान किसी ने पुलिस वालों पर जूता फेंक दिया। इससे माहौल गर्म हो गया। जिसके बाद पुलिस और पब्लिक में झड़प बढ़ गई। कुछ युवाओं से धक्का मुक्की भी हुई। पुलिस ने दो युवकों को मौके से हिरासत में लिया लेकिन भीड़ ने पुलिस से धक्का मुक्की करके दोनों को छुड़ा लिया था।
रावतपुर में शोभायात्रा के दौरान पुलिस पर जूता फंकने पर 30 पर FIR
रावतपुर थाने में रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान पुलिस पर जूता फेंकने वाले मामले में भी एफआईआर दर्ज की गई है। दरोगा शैलेन्द्र कुमार ने तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराई है। शैलेंद्र के मुताबिक शोभायात्रा निकलने के दौरान अशोक वाटिका चौराहे पर मौजूद था। समय लगभग 2.:30 बजे सूचना प्रप्त हुई कि ब्रह्मदेव चौराहे मसवानपुर से आ रही शोभायात्रा में राकेश व सीमा सिंह और उनके सहयोगियों के कहने पर शोभायात्रा में उपद्रवियों द्वारा जूता फेंक कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। वहां ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मियों के द्वारा व्यवधान उत्पन्न करने वाले व्यक्तियों में से एक व्यक्ति को चिन्हित करके पकड़ लिया गया, जिसका नाम राजा है। तभी 25-30 अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा पकड़े गए व्यक्ति राजा को छुड़वाने के लिए पुलिस कर्मियों से भिड़ गए और आरोपी को छुड़ाकर भगा दिया। सरकारी कार्य में बाधा डालने के साथ ही पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी की गई, दरोगा की तहरीर पर राकेश, सीमा सिंह, राजा और 25 से 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
वही रावतपुर थाने में तैनात दरोगा राजेश प्रसाद बाजपेई की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। राजेश के मुताबिक वह रामनवमी के ठीक एक दिन पहले 5 अप्रैल की देर शाम सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ड्यूटी के दौरान गश्त कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने देखा कि बकरमंडी तिराहे के पास उठने वाले जुलूस में दो लाउड स्पीकर की बजाए 40 से ज्यादा साउंड लगे हुए थे। हमने इसे रोकने का प्रयास किया तो आयोजक भिड़ गए और बोले- ज्यादा से ज्यादा मुकदमा ही तो लिखोगे। इस दौरान वहां मौजूद राजा पंडित, मोहित बाजपेई, आयुस शुक्ला, शांतनु उर्फ छोटूपंडित, अन्नू पंडित, जीतू शुक्ला
रजत गुप्ता, पूर्व पार्षद रामौतार प्रजापति, रामौतार प्रजापति
का भाई, महेंद्र तिवारी, नीरज कुरील, साहिल उर्फ अभिषेक, अभिषेक, आदर्श तिवारी उर्फ बंदर, प्रिंस, मासूक अली समेत 80 से 90 लोगों ने घेर लिया और सड़क जाम करके हंगामा शुरू कर दिया। इतना ही नहीं पुलिस से अभद्रता और धक्का-मुक्की शुरू कर दी। पुलिस बल ने डीजे वालों को पकड़ने का प्रयास किया तो भीड़ पुलिस पर टूट पड़ी। हंगामा, बवाल और जाम की सूचना पर भारी पुलिस फोर्स और अफसर मौके पर पहुंचे। एसीपी अभिषेक पांडेय ने बताया कि मामले में 16 नामजद और 90 अज्ञात लोगों के खिलाफ बलवा, दंगा फैलाने की कोशिश, सरकारी कार्य में बाधा समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
वही रावतपुर थाने में तैनात दरोगा करुणा शंकर की तहरीर पर भी रावतपुर थाने में चौथी एफआईआर भी दर्ज की गई है। दरोगा करुणा शंकर ने बताया कि रामनवमी को जब वह मसवानपुर चौराहे पर पहुंचे तो देखा कि चौराहे पर लाउड स्पीकर से दीवार जैसी बना दी गई थी। जांच की तो सामने आया कि कुल 74 साउंड बॉक्स और 8 लाउड स्पीकर लगे हुए थे। इतने ही साउंड बॉक्स दूसरी तरफ भी लगे थे। करीब 146 साउंड सिस्टम लगे हुए थे। इससे रास्ता बंद होने के साथ ही मानक से कई गुना ज्यादा शोर हो रहा था। पुलिस ने इसे रोकने का प्रयास किया तो पुलिस से भिड़़ गए और अभद्रता और धक्का-मुक्की शुरू कर दी। इस पर दरोगा की तहरीर पर राजा डीजे लाने वाला, ऋषि डीजे वाला, जितेंद्र उर्फ मामा, शंकर पासी, एडवोकेट जगत सिंह, दीपक ठाकुर, सीमा सिंह, रिंकू सैनी, सुमित ज्चैलर्स राकेश श्रीवास्तव, आशुष शुक्ला के खिलाफ नामजद और 20 अज्ञात के खिलाफ पुलिस से धक्का-मुक्की, सरकारी
काम में बाधा, दंगा भड़काने की कोशिश करने समेत अन्य गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
पथराव की अफवाह फैलाने वालों पर मूलगंज में FIR
डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि रामनवमी को चन्द्रेश्वर हाते में शोभायात्रा धूमधाम से निकल रही थी। इस दौरान कुछ लोगों ने अफवाह फैला दी कि शोभायात्रा पर पत्थर बाजी हो रही है। इससे भगदड़ मच गई। इसे देखते हुए मूलगंज थाने में अफवाह फैलाने, सेवन सीएलए, दंगा भड़काने की साजिश समेत अन्य गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। डीसीपी ईस्ट ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन होगा।
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