
Unique party : शादी का माहौल लोगों में गजब का उत्साह भर देता है. शादी के काम और जिम्मेदारियों के कारण कई लोग घर की शादी में एंजॉय भी नहीं कर पाते. लेकिन आप सोचिए शादी तो हो लेकिन कोई जिम्मेदारी न हो तो कैसा रहेगा? शादी हो और जिम्मेदारी ना हो यह वह सपना है जो अभी तक सपना था जिसे कानपुर में पहली बार रोटरी क्लब ऑफ सूर्य ने हकीकत में बदल दिया फेक वेडिंग पार्टी के जरिए।
दरअसल, इस फेक वेडिंग्स में ना असली दूल्हा था, ना दुल्हन, लेकिन मेहंदी, ढोल, सजावट से लेकर ढेर सारी मस्ती तक बाकी हर चीज बिल्कुल असली शादी जैसी मौजूद थी. ये ट्रेंड देश में तेजी से पॉपुलर हो रहा है, जहां लोग सिर्फ फन और सोशल मीडिया कंटेंट के लिए ‘शादी’ अटेंड कर रहे हैं।

शनिवार को रोटरी क्लब आफ कानपुर सूर्य ने इंडियन शादी की तर्ज पर मैनावती मार्ग स्थित प्रेसिडेंट रायल हाल में फेंक शादी पार्टी का आयोजन किया। पार्टी का ड्रेस कोड देसी था, बिल्कुल शादी जैसी थी डेकोरेशन पार्टी के लिए हॉल को पीले और गुलाबी रंग की डेकोरेशन और गेंदे के फूलों से बिल्कुल शादी की तरह सजाया था। वहां अलग-अलग स्पॉट्स पर फोटो बूथ्स भी बने थे, जहां पर सभी फोटो क्लिक करा सकते थे। इतना ही नहीं पार्टी में किसी असली शादी के संगीत फंक्शन की तरह मेहंदी आर्टिस्ट भी मौजूद थे, जो मेहमानों के हाथों में मेहंदी लगा रहे थे।

पार्टी में पंजाबी और हिंदी गानों की प्लेलिस्ट थी और ढोल वालों ने माहौल को और भी ज्यादा एनर्जेटिक बना दिया था। पार्टी में शादी की सभी रस्मों के साथ हास्य का पुट शामिल रहा। शादी समारोह में दूल्हा.. दुल्हन गायब हो जाते हैं। इस बीच उनको ढूंढने के साथ मेहंदी से लेकर शादी तक की रस्मों को निभाया जाता है। क्लब के सदस्यों ने नृत्य व गायन से समा बांध दिया। लड़की की मां व लड़के के पिता के बीच नोकझोंक ने इस काल्पनिक विवाह को और भी रोचक बना दिया।

पंडित की भूमिका आरके सफ्फड़ ने निभाई। क्लब के अध्यक्ष प्रदीप खंडेलवाल, अलका निवेटिया, रंजना सफ्फड़, ओमप्रकाश डालमिया, शरद अग्रवाल, सुरभी अग्रवाल, अनूप अग्रवाल, बाल किशन, सुमन खंडेलवाल, मनोज गुप्ता, सजीव गुप्ता आदि रहे।

नकली शादी बन रही मुनाफे का मार्केट
भारत में नकली शादी जैसे इवेंट तेजी से बढ़ रहे हैं और रोजगार व कमाई का बड़ा जरिया बन रहे हैं। कुछ अनुमान इस ओर बढ़ा इशारा कर रहे हैं। 2025 में फेक वेडिंग बजट इवेंट (₹1,500-₹3,000) 42.6% हिस्सेदारी बना लेंगे। अकेले जेनरेशन Z (18-26 वर्ष) का मार्केट में 36.6% हिस्सा होने की उम्मीद है। हैरान करने वाली बात है कि दिल्ली में ₹10 लाख के बजट वाली एक नकली शादी कथित तौर पर पहली ही रात में मुनाफ़े में बदल गई।
यह इवेंट कैसे मुनाफे का बड़ा सौदा साबित हो रहा है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ज़ेप्टो ने खुले तौर पर एक “ग्रेट इंडियन फेक वेडिंग” इवेंट का टीज़र जारी किया है, जिससे संकेत मिलता है कि क्विक कॉमर्स ब्रांड भी इसे निवेश के लिए एक बेहतरीन जगह मानते हैं।




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