कानपुर के बिसाती बाजार में बुधवार शाम को हुए विस्फोट का कोई आतंकी कनेक्शन नहीं मिला है। पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा-घटना में किसी भी प्रकार की आतंकी गतिविधि या संगठन विशेष की संलिप्तता का कोई प्रमाण नहीं मिला है। यह पूर्णतः अवैध पटाखों से संबंधित स्थानीय घटना है। इस मामले में एसीपी कोतवाली को हटाने के साथ थानाध्यक्ष और चौकी प्रभारी सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। उधर, विस्फोट का CCTV फुटेज भी सामने आया है। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, ये धमाके स्कूटी से नहीं बल्कि दुकान के बाहर रखे गत्ते में हुआ था।दरअसल, धमाके की सूचना के बाद यूपी डीजीपी ऑफिस और गृह विभाग दोनों सक्रिय हो गए थे। देर रात को ATS और मिलिट्री इंटेलिजेंस की टीमें पहुंच गईं। टीमों ने इनपुट जुटाए। पटाखों से विस्फोट की बात सामने आने के बाद देर रात पुलिस कमिश्नर ने सर्च ऑपरेशन चलाया था। सर्च में दुकानों में स्टोर किए गए अवैध पटाखे मिले थे। पटाखों को जब्त कर लिया गया। पुलिस ने अवैध पटाखों के साथ 12 लोगों को भी अरेस्ट किया है। बता दें, इस विस्फोट में 8 लोग घायल हुए थे। घायल चार लोगों को लखनऊ रेफर कर दिया गया जबकि दो कानपुर में ही इलाजरत हैं। वहीं, फर्स्ट एड के बाद दो को घर भेज दिया गया।

पुलिस कमिश्नर बोले-खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स या किसी भी बाहरी संगठन का हाथ होने का दावा गलत
पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि यह मामला अवैध पटाखों के भंडारण (Illegal Firecrackers Stocking) से संबंधित है। जिस दुकान के सामने विस्फोट हुआ, उसके पास भी पर्याप्त मात्रा में पटाखे बरामद किए गए हैं। लगभग 25 मीटर की दूरी पर एक गोदाम मिला है, जिसमें अत्यधिक मात्रा में विस्फोटक पदार्थ (High Explosive Materials) पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान लापरवाही पाए जाने पर मूलगंज थाना प्रभारी विक्रम सिंह, चौकी प्रभारी रोहित तोमर, कॉन्स्टेबल चेतन कुमार, अमित कुमार, ब्रह्मानंद और हेड कॉन्स्टेबल इमामुल हक को सस्पेंड किया है। कोतवाली क्षेत्र के एसीपी आशुतोष कुमार को भी हटा दिया गया है। बिना लाइसेंस पटाखे रखने वालों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जा रही है। अब तक घटना में 12 व्यक्तियों की पहचान कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। दो स्कूटी घटनास्थल से बरामद की गई हैं, जिनमें से एक स्कूटी सवार को गंभीर अवस्था में लखनऊ रेफर किया गया है, जबकि दूसरी स्कूटी चोरी की पाई गई है। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि सोशल मीडिया पर प्रसारित इस घटना को मस्जिद के पास हुई तथा “खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स” जैसी गतिविधियों से जोड़ने वाले सभी दावे पूर्णतः असत्य और भ्रामक हैं। यह एक स्थानीय स्तर की दुर्घटना है, जो अवैध रूप से पटाखे रखने एवं भंडारण से उत्पन्न हुई है।
ATS और मिलिट्री इंटेलिजेंस ग्राउंड जीरो पर पहुंच सबूत जुटाए
दरअसल, मूलगंज के बिसाती बाजार में बुधवार को हुए ब्लास्ट के बाद यह कहा गया कि स्कूटी में ब्लास्ट हुआ है। यह सूचना आने के बाद डीजीपी ऑफिस के साथ ही गृह विभाग ने भी मामले का संज्ञान लिया। ब्लास्ट की सूचना के बाद एटीएस और मिलिट्री इंटेलिजेंस के अलावा अन्य जांच एजेंसियां भी सक्रिय हो गईं।
जांच एजेंसियों ने सबूत जुटाए। हालांकि, जांच टीम ने देर रात CCTV चेक किया तो यह स्पष्ट हुआ कि दुकान के बाहर रखे एक गत्ते में अचानक तेज चिंगारी निकली और फिर तेज धमाका हुआ। जांच में सामने आया कि दुकान के बाहर गत्तों में पटाखे बेचे जा रहे थे। उसी में ब्लास्ट हुआ। पुलिस के अनुसार, दिवाली के पहले बिसाती बाजार पटाखों का बड़ा बाजार बन जाता है। यहां की दुकानों में अवैध ढंग से बड़ी मात्रा में पटाखों को स्टोर किया जाता है। धमाके की वजह पता चलने के बाद पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने सर्च एंड सीजर ऑपरेशन चलाकर दुकानों की तलाशी करवाई। कई दुकानों के ताले भी तोड़े गए। करीब दो घंटे तक चली कार्रवाई के बाद पुलिस को कई दुकानों में सामान के नीचे छिपाकर रखे गए पटाखे मिले। देर रात करीब 2 बजे तक सर्च अभियान चला। दुकानों में स्टोर किए भारी मात्रा में पटाखे मिले। पुलिस ने 12 लोगों को अरेस्ट किया।
फोरेंसिक जांच में लो-एक्सप्लोसिव निकला
एडिशनल सीपी आशुतोष कुमार ने बताया- पहले तो हम लोगों को लग रहा था कि स्कूटी में बम प्लांट किया गया है, लेकिन जांच के बाद धीरे-धीरे तस्वीर साफ हो गई। एटीएस, मिलिट्री इंटेलिजेंस समेत अन्य जांच एजेंसियां भी मौके पर पहुंचीं। फोरेंसिक टीम को जांच के दौरान लो एक्सप्लोसिव मिला है।
यह पटाखों का विस्फोट है, हाई एक्सप्लोसिव जांच के दौरान नहीं मिला है। जांच के दौरान पुलिस को इनपुट मिला कि बिसाती बाजार अवैध पटाखों की मंडी डेवलप हो गई है। यहां दीपावली में हर दुकानदार अवैध रूप से पटाखों का कारोबार करता है।
हादसे में ये 8 लोग घायल हुए
- अश्वनी कुमार साहनी (58) निवासी लाल बंगला। डिप्टी पड़ाव में होजरी की दुकान है, सामान लेने आए थे।
- रईसुद्दीन (35) निवासी पश्चिम बंगाल, हाल पता बेकनगंज। ज्वेलरी के कारीगर हैं।
- अब्दुल (24) निवासी बिसात खाना, बिसात खाना में स्पोर्ट्स की दुकान है।
- मोहम्मद मुर्सलीन (25) निवासी बिसात खाना, यहीं पर बैग की दुकान है।
- जुबीन (15) निवासी मीरपुर, बेल्ट और चश्मे की दुकान में काम करता है।
- सुहाना (16) निवासी बेकनगंज, कूड़ा बीनने का काम करती हैं।
- भरत भाटिया (30) निवासी चकेरी, सामान खरीदने पहुंचे थे।
- मोहसिन (25) निवासी मिश्री बाजार, दुकान में हेल्पर।

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