कानपुर-मैक्रोबर्टगंज पीडब्ल्यूडी कॉलोनी निवासी प्रीति दिवाकर ने अशोक नगर स्थित कानपुर जर्नलिस्ट क्लब में प्रेस वार्ता करके हाइपर रियलिस्टिक वाइन पेंटिंग की जानकारी दी। प्रीति दिवाकर के अनुसार जब वह मात्र 7 वर्ष की थी तभी से उनको पेंटिंग की ओर रुझान था और वह नई-नई पेंटिंग बनाया करती थी जिसकी उनके स्कूल और घर में तारीफ होती थी। विवाह के पश्चात वह अमेरिकन हाइपर रियलिस्टिक वाइन आर्टिस्ट थॉमस अर्विन से प्रभावित हुई और उन्होंने भी हाइपर रियलिस्टिक पेंटिंग करना शुरू कर दिया।
जिसकी चारों तरफ प्रशंसा होने लगी। लेकिन इस स्तर तक पहुंचने के लिए उन्हें बहुत परिश्रम करना पड़ा। हाइपर रियलिस्टिक वाइन पेंटिंग के बाबत उन्होंने काफी अध्ययन किया की पेंटिंग में किस तरह के रंग भरे जाते हैं किस तरह के ब्रश वगैरह का इस्तेमाल किया जाता है और किस तरह का फ्रेम इस्तेमाल होता है। श्रीमती दिवाकर ने बताया की वर्तमान में उनकी एक पेंटिंग की कीमत $500 है। लेकिन अभी उनका इरादा प्रोफेशनल पेंटिंग करने का नहीं है।
वह अपनी प्रिंटिंग को देश-विदेश में प्रदर्शनी यों में रखना चाहती हैं ताकि उनको प्रसिद्धि मिल सके। हाईपर रियलस्टिक वाइन पेटिंग अन्य पेंटिंग से अलग है और बिल्कुल फोटोग्राफ जैसी नजर आती है भारत की पहली हाईपर रियलस्टिक वाइन पेन्टिंग आर्टिस्ट प्रीति दिवाकर खुद की बनाई हाईपर रियलस्टिक वाइन पेटिंग्स को दिखाते हुए कहा वह इस कला का मुफ्त में प्रशिक्षण भी देंगी।
श्रीमती दिवाकर ने वताया कि हाईपर रियलस्टिक रंगोली और फूड पेटिंग तो आपको भारत मे देखने को मिल जाएगी लेकिन हाईपर रियलस्टिक वाइन पेटिंग केवल लंदन और अमेरिका में ही देखने को मिलती है, जिसका अब वह भारत में विस्तार करना चाहती हैं। हाईपर रियलस्टिक वाइन पेटिंज में सफेद व काले के अलावा अन्य चार प्राइमरी कलर्स से सभी रंग तैयार किये जाते हैं इस अवसर पर सत्यनारायण गौतम, अजय कुमार, कंचन गुप्ता, मीता चौधरी और सचिन गौतम उपस्थित थे।
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