एक था मुख्तार: दादा स्वतंत्रता सेनानी, चाचा रहे उपराष्ट्रपति… माफिया मुख्तार अंसारी के परिवार की पूरी हिस्ट्री

बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी का कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया. जेल में तबीयत बिगड़ने के बाद...

UPtvLIVE : मुख्तार अंसारी की मौत के बाद यूपी में हाई अलर्ट, कई जिलों में पुलिस का फ्लैग मार्च..

यूपी के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की गुरुवार को मौत हो गई. बांदा जेल में अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई...

Mukhtar Ansari Profile: जानें कब और कहां से शुरू हुआ था मुख्तार अंसारी का सियासी सफर, पढ़ें पूरी कहानी

Mukhtar Ansari Political Profile: मुख्तार अंसारी का इतिहास हर चुनाव में अलग-अलग राजनीतिक दलों या...

Mukhtar Ansari Death: माफिया मुख्तार अंसारी की इलाज के दौरान मौत, तबीयत खराब होने पर जेल से लाया गया था मेडिकल कॉलेज

उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार देर रात मौत हो गई। जेल की बैरक...

लोकसभा चुनाव : जानिए कौन है रमेश अवस्थी बीजेपी ने क्यों बनाया कानपुर से उम्मीदवार।

  अभय त्रिपाठी / कानपुर : छोटे से गाँव के किसान परिवार में जन्मे, संघ की पृष्ठ भूमि से आने वाले...

#Kanpur : सांसद सत्यदेव पचौरी लोकसभा टिकट की दावेदारी छोड़ी, राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखकर किया इंकार।

UP Lok Sabha Election 2024: बीजेपी (BJP) के एक और सांसद ने चुनाव लड़ने के इनकार कर दिया है. कानपुर...

कानपुर से आलोक मिश्रा बने गठबंधन उम्मीदवार, 28 साल बाद कांग्रेस ने लगाया ब्राह्मण प्रत्याशी पर दाँव।

कांग्रेस पार्टी ने कानपुर लोकसभा सीट से ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगाया है। आलोक मिश्रा को कानपुर से...

Uptvlive Kanpur : मानवता की सर्वोपरि सेवा है रक्तदान-आर के सफ्फड़…

कानपुर : बुधवार को चंद्रशेखर आजाद यूनिवर्सिटी की कला संकाय के द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना...
Information is Life

कानपुर। जर्नलिस्ट क्लब के हिंदी पत्रकार भवन में आज हिंदी अख़बार “हेलो कैंपस” का विमोचन किया गया। सर्व प्रथम हेलो कैम्पस के संपादक और वरिष्ठ पत्रकार बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने जर्नलिस्ट क्लब के संस्थापक चैयरमैन स्व सुरेश त्रिवेदी के चित्र में माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन किया और सुरेश जी को याद करते हुए उन्हें पत्रकारिता सच्चा झंडाबरदार बताया जिन्होंने अपनी अंतिम सांस तक पत्रकारिता के सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया। उसके उपरांत बृजेन्द्र प्रताप जी द्वारा जर्नलिस्ट क्लब की सदस्यता ग्रहण कर संगठन को पत्रकारों का सच्चा हितैषी बताया।

कार्यक्रम में कई वक्ताओं ने विचार रखे वक्ताओं की कड़ी में जर्नलिस्ट क्लब के अध्यक्ष ओमबाबू मिश्र ने अख़बार के संपादक बृजेन्द्र प्रताप सिंह को बधाई देते हुए कहा कि आपने जो हिम्मत दिखाई है वह वास्तव में काबिले तारीफ है, क्योंकि अख़बार का प्रकाशन अब सबके बस की बात नही। उन्होंने आशा जताया कि जैसे बृजेंद्र प्रताप जी को निष्पक्ष रूप से लिखने-पढ़ने के लिए जाना जाता है वैसे ही पहचान अखबार की भी समाज में बनेगी।

जर्नलिस्ट क्लब के महामंत्री अभय त्रिपाठी ने भी अख़बार के संपादक और वरिष्ठ पत्रकार बृजेन्द्र प्रताप सिंह को बधाई देते हुए उन्होंने अकबर इलाहाबादी का शेर बोलते हुए कहा कि
“न खींचो कमानों को न तलवार निकालो,
जब तोप मुकम्मल हो तो अख़बार निकालो।।
अख़बार का इतिहास आजादी से पहले का है। इसके इतिहास को स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है जब भी देश में कोई बड़ा परिवर्तन हुआ है अख़बारों ने बढ़-चढ़ कर अपनी सहभागिता दर्ज कराया है। अख़बार सदैव समाज को नुकसान पहुचाने वालों की आलोचना और समालोचना करते आया है। लेकिन पिछले एक दशक में लोगो के भीतर से आलोचना सहने की शक्ति खत्म हो गयी जिसके परिणाम स्वरूप पत्रकारों पर हमला तेज हुआ है।

विमोचन कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार कुमार त्रिपाठी, आलोक अग्रवाल, दिलीप अंशवानी, जीपी अवस्थी, विशाल सैनी, जितेन्द्र शुक्ला, विजय कुमार एवं अखबार के निदेशक मण्डल से जुड़े केदार नाथ सचान की गरिमामयी उपस्थिति रही।


Information is Life