कानपुर : नए पुलिस कमिश्नर ने तो शहर की परम्परागत पुलिसिंग में सुधार पर जोर दिया है। ‘आपका डीसीपी आपका कप्तान’ नाम से उठाए गए इस कदम से शहर के थानेदारों और क्षेत्राधिकारियों जिन्हें अब एसीपी कहा जाता है उनकी स्थिति बड़ी अटपटी सी हो गई है। हालांकि तमाम पुलिस अफसरों ने इस कदम को सराहा है पर कितना मन से, इस आभियान के बाद उसका कोई मतलब भी नहीं रह जाता।
कानपुर पुलिस कमिश्नर की कुर्सी सीनियर आईपीएस अखिल कुमार ने अभी बीते हफ्ते ही सम्भाली है। चम्बल में उनकी सफलता और कुख्यात दस्यु निर्भय गुर्जर के सफाए का उनका प्रीवियस रिकॉर्ड ये तो बता रहा था कि अखिल कुमार कानपुर पुलिस कमिश्नरेट में कुछ तो हलचल लाएंगे। पुलिस विभाग ने आपका डीसीपी आपका कप्तान नाम से शुरू की गई व्यवस्था परम्परागत पुलिसिंग को चैलेंज कर रही है।
शहर के चारों डिप्टी पुलिस कमिश्नर ने सर्कुलर जारी कर इस व्यवस्था की जानकारी दी गई है। कानपुर सेंट्रल के पुलिस उपायुक्त आईपीएस प्रमोद कुमार, कानपुर पूर्वी के पुलिस उपायुक्त आईपीएस तेज स्वरूप सिंह, कानपुर दक्षिण के डीसीपी रवीन्द्र कुमार और डीसीपी कानपुर पश्चिम विजय ढुल ने सर्कुलर जारी कर अपने क्षेत्र की जनता को साफ तौर पर स्पष्ट किया है कि अगर आपकी किसी आपराधिक समस्या को थाना पुलिस या एसीपी ( क्षेत्राधिकारी ) के ऑफिस में सुनवाई नहीं हो रही है तो वो उनके कार्यकाल में सुबह दस बजे से दोपहर दो बजे के बीच सीधे आ कर उनसे मिल सकते हैं। वो खुद ऐसे आम नागरिकों को न्याय दिलाएंगे। इस सर्कुलर में सभी डीसीपी ने अपने कार्यालय का पता , कार्यालय का डॉट फोन नम्बर और अपना ऑफीशियल मोबाइल नम्बर भी दिया है।
इस सर्कुलर को लेकर काफी चर्चा है और सामाजिक और राजनीतिक लोग इसे दमदार कदम बता रहे हैं। दादा नगर कोऑपरेटिव के चेयरमैन विजय कपूर ने इसे ऐतिहासिक कदम बताते हैं। व्यापारी नेता ज्ञानेंद्र मिश्र इसे शुरूआत मानते हैं। कहते हैं बहुत बदलाव अपेक्षित हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता नरेश चन्द्र त्रिपाठी कहते हैं कि ऐसा परिवर्तन कभी सोचा नहीं था।
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