समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव से पहले उनकी पार्टी के दरवाजे सभी छोटे दलों के लिए खुले हुए हैं और बीजेपी को हराने के लिए वे ऐसी सभी पार्टियों को साथ लाने की कोशिश करेंगे। पिछले चुनावों में गठबंधन सहयोगी रहीं पार्टियों कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की ओर एक बार फिर हाथ बढ़ाते हुए उन्होंने यह तय करने को कहा है कि वह किस पक्ष में हैं।
अखिलेश यादव ने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा, ”इन पार्टियों (बीएसप-कांग्रेस) को तय करना चाहिए कि उनकी लड़ाई बीजेपी से है या समाजवादी पार्टी से?” आगमी चुनाव में गठबंधन की संभावनाओं को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने कहा, ”सभी छोटे दलों के लिए दरवाजे खुले हुए हैं। कई छोटे दल हमारे साथ पहले से हैं और हमारे साथ आएंगी।”
यह पूछे जाने पर कि उनके चाचा शिवपाल यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी भी सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है? अखिलेश यादव ने कहा, ”हम कोशिश करेंगे कि सभी पार्टियां बीजेपी को हराने के लिए एकजुट हो जाएं।” ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एबीएसपी) की अगुआई वाली भागीदारी मोर्चा, जिसमें असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम भी शामिल हैं, से जुड़े सवाल पर अखिलेश ने कहा, ”अभी तक उनसे कोई बातचीत नहीं हुई है।” एसपी अध्यक्ष ने बीएसपी और कांग्रेस जैसी बीजेपी की विरोधी पार्टियों से भी यह तय करने को कहा है कि वे किस पक्ष में हैं और उनकी लड़ाई किस पार्टी से है। उन्होंने कहा, ”इन पार्टियों को तय करना चाहिए कि उनकी लड़ाई किससे है।”
अखिलेश यादव ने पेगासस जासूसी को लेकर केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ”एनडीए के पास लोकसभा में 350 सीटें हैं। कई राज्यों में बीजेपी की सरकार है। क्यों और क्या सरकार जासूसी से निकालना चाहती है? इसके जरिए वे विदेशी ताकतों की मदद कर रहे हैं।”
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