कानपुर में बवाल की सूचना देने वाले को नसीहत देने वाले चकेरी इंस्पेक्टर मधुर मिश्र जांच में दोषी पाए गए हैं। जांच में सीधे तौर पर उनकी लापरवाही की पुष्टि हुई है। एसीपी कैंट ने बुधवार को जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंप दी है। अब देखना होगा कि अफसर लापरवाह व बेअंदाज इंस्पेक्टर क्या कार्रवाई करते हैं।
सनिगवां में 18 मार्च की रात सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बन गई थी। तभी इलाकाई निवासी एक शख्स ने चकेरी इंस्पेक्टर मधुर मिश्र को फोन कर जानकारी दी थी। इस पर मधुर ने पहले उसका धर्म पूछा फिर कहा कि जाकर सो जाओ। अगर कुछ हो तो कल आकर एफआईआर दर्ज करवा देना।
पुलिस के न पहुंचने पर मौके पर विवाद भी हुआ था। चार दिन पहले बातचीत की कॉल रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने जांच के आदेश दिए थे। एसीपी कैंट मृगांक शेखर पाठक ने जांच में इंस्पेक्टर को दोषी ठहराया है।
पुष्टि हुई है कि उस रात सनिगवां में माहौल बिगड़ा था। सूचना के बावजूद पुलिस नहीं पहुंची थी। इंस्पेक्टर ने लापरवाही भरा जवाब सूचनाकर्ता को दिया था। ऐसे में अब इंस्पेक्टर पर कार्रवाई होनी लगभग तय है।
अभद्रता का एक और वीडियो वायरल
इंस्पेक्टर मधुर मिश्र का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। जिसमें वह किसी बुजुर्ग को धक्का देते व खदेड़ते नजर आ रहे हैं। अफसरों ने इस वीडियो का भी संज्ञान लिया है।
Recent Comments