कानपुर- नगर निगम ने अब शुद्ध हवा में सांस लेने पर भी टैक्स लगा दिया जिसे मजबूरी में ही सही लेकिन ताज़ी हवा की चाहत रखने वालों को देना होगा। अब नाना राव पार्क में मॉर्निंग वार्कर को 3000 रुपया सालाना का शुल्क देना होगा। वही आर्यनगर विधानसभा से विधायक अमिताभ बाजपेई ने नानाराव पार्क में आने वालों पर प्रवेश शुल्क लगाने के विरोध में नगर निगम के खिलाफ धरना दिया एवं नगर विकास मंत्री को संबोधित ज्ञापन अपर नगर आयुक्त सूर्यकांत त्रिपाठी, संयुक्त नगर आयुक्त रजनीश यादव, उधान अधिकारी वी.के. सिंह को सौंपा और कहा कि वो किसी भी सूरत पर प्रवेश शुल्क लगने नही देंगें।
गौरतलब है कि नगर निगम कार्यकारणी बीते 22 अगस्त को नानाराव पार्क में घूमने आने वालों पर प्रवेश शुल्क लगा दिया गया है। नानाराव पार्क कानपुर का ऐतिहासिक पार्क है जहां लम्बे समय से आसपास घनी आबादी में रहने वाले लोग मार्निंग वाक करने आते है। कुछ बच्चे खेलने आते है, अंदर तरणताल भी है। उसका भी उपयोग करते है। स्केटिंग रिंग का भी उपयोग करते है। स्मार्ट सिटी मिशन द्वारा उक्त पार्क का सुंदरीकरण किया गया है। जिसमें ओपन जिम, साईकिल ट्रैक, सिंथेटिक जांगिंग ट्रैक, स्केटिंग रिंग इत्यादि अनेक सुविधाएं विकसित की गई। तत्पशचात जैसे ही पार्क हैंड ओवर हुआ वैसे ही नगर निगम कानपुर द्वारा प्रवेश शुल्क लगा दिया गया। जिसको लेकर मार्निंग वाकर्स एवं अन्य शहर वासियो में रोष की स्थिति है।
पार्क डेवलप करना और उनका रखरखाव करना नगर निगम की जिम्मेदारी होती है। नगर निगम पहले से ही हाउस टैक्स, वाटर टैक्स, सीवर टैक्स, विज्ञापन टैक्स आदि अनेक प्रकार के टैक्स शहर वासियों से लेता है। जिससे शहर की सुविधाओ को मेंटेन करता है।नगर निगम द्वारा ही नानाराव पार्क का पूर्व में रखरखाव किया जा रहा था। स्मार्ट सिटी से उसका विकास हो जाने के बाद नया टैक्स लगाया जाना कतई अनुचित है। जिस प्रकार से पहले नगर निगम उसका रखरखाव करता था उसी प्रकार से रखरखाव आगे भी करना चाहिए
श्री बाजपेयी ने पार्क के बनाने में अनियमितता बरतने का आरोप लगाते हुए जाँच की मांग की।
1-नानाराव पार्क के निर्माण कार्यो की गुणवत्ता की जांच शासन की किसी बड़ी एजेंसी से कराई जाये।
2- प्रवेश शुल्क के नाम पर लगाई जाने वाली फीस को तत्काल वापस लिया जाये, नगर निगम अपने संसाधनों से हाउस टैक्स, वाटर टैक्स, विज्ञापन आदि से ही पूर्व की भांति पार्क का रख रखाव करे, खुली हवा में सांस लेने को प्रतिबंधित किया जाना उचित नहीं है। यदि मॉर्निंग वॉकर पर लगाया गया शुल्क 1 हफ्ते में वापस नहीं लिया गया तो हम सब अनिश्चित कालीन धरना देने को बाध्य होंगे।
धरना देंने वालों में प्रमुख रूप से विधायक कैंट मो. हसन रूमी, नीरज सिंह, अशोक केसरवानी, सर्वेश यादव, नंदलाल जायसवाल, अंबर त्रिवेदी, वरूण मिश्रा,टिल्लू जायसवाल, पार्षद अभिषेक गुप्ता मोनू, अमित मेहरोत्रा बबलू, मो. सारिया, सुशील तिवारी, हरीओम पांडे, रजत बाजपेई, दुर्गेश चक, विजय अवस्थी, अमित गुप्ता,आकाश यादव, अनुराग मिश्रा आदि मौजूद रहे।
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