कानपुर-3 दिसम्बर विश्व विकलांग दिवस के अवसर पर पुष्पा खन्ना मेमोरियल सेंटर में विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों के लिए एक सेमिनार का आयोजन हुआ। सेमिनार में पुष्पा खन्ना मेमोरियल सेंटर की डायरेक्टर रूमा चतुर्वेदी ने कहा की विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों के पैरेंट्स को बच्चों के पालन-पोषण के लिए विशेष प्रयास करने होते है। हम सब को अपने बच्चों के लिए स्वयं समर्थ होना होगा। हमें बच्चों के लिए समूहिक प्रयास करने होंगे, तभी बच्चों का सामाजिक आर्थिक और मानसिक विकास हो सकेगा।
कार्यक्रम की मुख्यवक्ता मुंबई की डॉ साइमा वस्ती रही उन्होंने बच्चों की विशेष अवश्यकताओं के बारे में बताया और उनके जीवन में आने वाली समस्याओं के कारण और निवारण के विषय मे बताया।कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पौरवी श्रीवास्तव, कामाक्षी कटियार, विपिन आडवाणी, जैसिता शेट्टी और बच्चों के माता पिता मौजूद रहे।
विश्व विकलांग दिवस का इतिहास
हर साल 3 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकलांग व्यक्तियों का अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाने की शुरुआत हुई थी और 1992 से संयुक्त राष्ट्र के द्वारा इसे अंतरराष्ट्रीय रीति-रिवीज़ के रुप में प्रचारित किया जा रहा है। विश्व विकलांग दिवस के लिए वार्षिक ऑब्जरवेशन की घोषणा यूनाइटेड नेशंस ने जनरल असेम्बली रेजोल्यूशन में 1992 में की थी. जनरल असेम्बली रेजोल्यूशन 47/3 के तहत यह वार्षिक ऑब्जर्वेशन घोषित किया गया था। विकलांग दिवस, विकलांग व्यक्तियों के प्रति करुणा, आत्म-सम्मान और उनके जीवन को बेहतर बनाने के समर्थन के उद्देश्य से मनाया जाता है।
Recent Comments